प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार 20 जुलाई को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए चयनित 215 खिलाड़ियों से बात की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की और जमकर खेलने को कहा। उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स आप सभी के लिए दुनिया पर छा जाने का एक सुनहरा अवसर है।
पीएम मोदी ने एक पुरानी कहावत बोलते हुए खिलाड़ियों को प्रेरित किया और कहा कि किसी से डरना नहीं है। 'कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में।' अन्य लोगों के अलावा पीएम ने वर्चुअल इंटरेक्टिव सत्र के दौरान 3000 मीटर स्टीपलचेजर अविनाश सेबल, भारोत्तोलकर अचिंता शुली, महिला हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे, साइकिलिस्ट डेविड बेकहम और पैरा शॉट पुटर शर्मिला से बात की।
मोदी ने एथलीटों से उनके जीवन संघर्ष के बारे में पूछा। इस दौरान सेबल ने कहा कि, 'मैं 2012 में भारतीय सेना में शामिल हुआ और चार साल तक ड्यूटी की। उसके बाद मैंने एथलेटिक्स में कदम रखा। सेना के कठिन ट्रेनिंग और सियाचिन ग्लेशियर की कठिन पोस्टिंग ने मुझे प्रतियोगिता के दौरान बहुत मदद की।
Wishing our dynamic contingent the very best for @birminghamcg22. https://t.co/YkIAkPFrEN
— Narendra Modi (@narendramodi) July 20, 2022
इस वर्चुअल इंटरेक्शन में ओलंपिक डबल पदक विजेता पीवी सिंधु, महिला हॉकी गोलकीपर सविता पुनिया, रियो गेम्स कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक, बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, मुक्केबाज शिवा थापा व सुमित, शटलर किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने भी भाग लिया।
इस दौरान पीएम मोदी ने खिलाड़ियों से एक वादा किया कि जब आप लौटेंगे तो एक बड़ा जश्न हम सब मिलकर मनाएंगे। इस बार हमारे पास कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए अनुभव और युवा ऊर्जा का समावेश है। पीएम ने कहा कि, 'मैदान बदला, माहौल बदला, लेकिन मिजाज नहीं बदला, हौसला नहीं बदला, तिरंगे को फहराना है और अपना प्रभाव छोड़कर आना है।'
28 जुलाई से शुरू हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का आयोजन इस बार इंग्लैंड के बर्मिंघम में 28 जुलाई से 8 अगस्त तक होगा। भारत की ओर से 215 खिलाड़ियों का दल हिस्सा ले रहा है। इसके साथ ही 107 अधिकारी और सपोर्ट स्टाफ भी रहेंगे। पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद पदक की लिस्ट में भारत तीसरे नंबर रहा था। इस बार भारत को अपने प्रदर्शन में सुधार की करने की जरूरत होगी।