भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में कांस्य पदक के साथ अपने अभियान का अंत किया। उन्हें शीर्ष वरीय जापान की अकाने यामागुची ने तीन गेम में शिकस्त दी। हालांकि, इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान खराब अंपायरिंग ने काफी सुर्खियां बटोरी जिसका खामियाजा सिंधु को भी भुगतना पड़ा। उन्होंने सेमीफाइनल में मिली हार का ठीकरा भी खराब अंपायरिंग पर ही फोड़ा।
सिंधु ने खराब अंपायरिंग पर नाराजगी जाहिर की
दरअसल, पीवी सिंधु के पास 21-13, 14-11 की बढ़त थी और वे मुकाबला जीतने की तरफ अग्रसर हो रही थीं। तभी अंपायर ने विपक्षी खिलाड़ी अकाने यामागुची को एक अंक दे दिया क्योंकि उनका तर्क था कि सिंधु सर्व करने में देरी कर रही हैं। इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने अंपायर से अपना पक्ष रखा लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्होंने मुख्य रेफरी को बुलाने की मांग की। मुख्य रेफरी से सिंधु ने कहा कि यामागुची तैयार नहीं थीं इसलिए उन्होंने सर्व करने में देरी की।
हालांकि, उनकी दलीलें कोई काम नहीं आई और उन्हें वापस खेल शुरू करना पड़ा। सिंधु और अधिकारियों के बीच कोर्ट पर हुई बहस ने मैच का लय पलट दिया। उस समय तक जो यामागुची दबाव में नजर आ रही थीं, वही अब एक अंक बोनस मिलने के बाद आक्रामक हो गईं और दूसरा गेम अपने नाम किया। उसके बाद भारतीय खिलाड़ी का आत्मविश्वास गिर गया जिससे अंतिम गेम में वे शुरुआत से ही पीछे रहीं और अंततः यामागुची ने मुकाबला जीत लिया।
मैच के बाद सिंधु ने कहा, "अंपायर ने मुझसे कहा कि मैं अधिक समय ले रही हूं लेकिन उस मोड़ पर विपक्षी खिलाड़ी तैयार नहीं थी। लेकिन अंपायर ने अचानक उन्हें अंक दे दिया जो वास्तव में अनुचित था। मुझे लगता है कि यह मेरे हारने का एक कारण था। मेरा मतलब है कि ऐसा मुझे लगता है क्योंकि उस समय स्कोर 14-11 था और 15-11 हो सकता था लेकिन इसके बजाय यह 14-12 हो गया जिसके बाद यामागुची ने लगातार अंक अर्जित लिए।
सिंधु ने आगे कहा, "मुझे लगता है कि यह बहुत अनुचित था। शायद मैं मैच जीतकर फाइनल में खेलती। मैंने मुख्य रेफरी को बताया लेकिन उन्होंने कहा कि यह पहले ही हो चुका है। मुझे लगता है कि एक मुख्य रेफरी के रूप में, खासतौर पर रेफरी के प्रमुख के रूप में, उन्हें कम से कम यह देखना चाहिए था कि गलती क्या थी और रीप्ले देखना चाहिए था तथा इसके बारे में कुछ करना था।"
ये रहा वो अंपायरिंग विवाद वाला वीडियो:
Nice umpiring! #BAC2022 pic.twitter.com/3EgLS4kW7n
— Sammy (@Sammy58328) April 30, 2022
सिंधु के क्वार्टरफाइनल में भी आई थी अंपायरिंग सवालों के घेरे में
खराब अंपायरिंग सिर्फ अंतिम-4 तक ही सीमित नहीं रही बल्कि पीवी सिंधु के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में भी इसपर सवाल खड़े हुए थे। उसमें ऐसा हुआ था कि एक मोड़ पर अंपायर और स्कोर रखने वाले अधिकारी के बीच समन्वय नहीं बैठा था। इससे सिंधु और उनकी विपक्षी खिलाड़ी ही बिन जाओ के स्कोर में दुविधा पैदा हुई थी जिसमें भारतीय खिलाड़ी की फिर अंपायरों से बहस हुई थी। हालांकि, वहां जरूर सिंधु के पक्ष में फैसला आया था।