भारतीय बैडमिंटन के लिए साल 2022 की शुरुआत बेहद शानदार ढंग से हुई है। भारत के 20 वर्षीय लक्ष्य सेन ने वर्ल्ड चैंपियन सिंगापुर के लोह कीन यिऊ को 24-22, 21-17 से मात देकर बीडब्ल्यूएफ इंडिया ओपन सुपर 500 का खिताब जीता। वहीं, चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रनकीरेड्डी ने तीन बार की वर्ल्ड चैंपियन जोड़ी मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेटियावान को 21-16, 26-24 से शिकस्त देकर पुरुष युगल चैंपियन बने।
यह चिराग और सात्विक का दूसरा बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 पुरुष युगल खिताब है, साथ ही वे इंडिया ओपन जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष युगल टीम बन गए हैं। वहीं, लक्ष्य इस टूर्नामेंट में पहली बार हिस्सा ले रहे थे और डेब्यू में ही उन्होंने खिताब अपने नाम कर लिया।
लक्ष्य सेन ने साबित किया वे भारतीय बैडमिंटन के भविष्य हैं
लक्ष्य सेन और लोह कीन यिऊ का खिताबी मुकाबला काफी रोमांचक होने की उम्मीद थी क्योंकि दोनों के बीच अब तक हुए 4 मैच काफी नजदीकी रहे थे। एक बड़ा बदलाव जो इस मैच में देखने को मिला, वो लक्ष्य सेन के खेलने की शैली में नजर आया। सेन अपने आक्रामक खेल के लिए जाने जाते हैं, लेकिन यहां वे जानते थे कि लोह कीन का डिफेंसिव गेम काफी मजबूत है इसलिए उन्होंने लंबी रैलियों में संयम बनाए रखा।
पहले पॉइंट से ही दोनों खिलाड़ी एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे थे। शुरुआत में लोह ने कुछ अंकों की बढ़त बना ली लेकिन सेन ने वापसी करते हुए ब्रेक पर खुद को आगे कर लिया और अंततः पहला गेम भी अपने नाम किया। दूसरे गेम में लोह ने बेहतर खेल दिखाया और थोड़ा आक्रामक होने की कोशिश की। इसके बावजूद लक्ष्य के पास आज अपने विपक्षी खिलाड़ी के हर प्रयास का जवाब था जिससे उन्होंने मुकाबला और खिताब जीता।
चिराग-सात्विक ने अपने प्रेरणास्रोतों को दी मात
भारत के चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रनकीरेड्डी ने अपने खेल से दिग्गज इंडोनेशियन जोड़ी को एक भी गेम जीतने का मौका नहीं दिया। भारतीय जोड़ी ने मुकाबले की शुरुआत सकारात्मकता के साथ की और पहले ब्रेक पर दो अंकों की बढ़त बना ली। चिराग-सात्विक ने लंबी रैलियों को तरजीह दी और नेट पर अपने खेल को मजबूत बनाए रखा, जिससे वे पहला गेम 21-16 से अपने नाम करने में कामयाब रहे।