सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने इतिहास रच दिया है। इस जोड़ी ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिफ में शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल में ताकुरो होकी और यूगो कोबायाशी की जापानी जोड़ी को हराकर पहला पदक पक्का कर दिया है।
एक घंटे 15 मिनट तक चले मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने जापानी जोड़ी को 24-22, 15-21, 21-14 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। इसके साथ ही विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला पदक सुनिश्चित किया।
बता दें कि भारत का विश्व चैंपियनशिप में यह दूसरा पदक है। इससे पहले ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने 2011 में वुमेन्स डबल्स में पदक जीता था।
विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में पहला पदक सुनिश्चित करने के बाद सात्विकसाईराज ने कहा कि यह सीजन उनके और उनके जोड़ीदार चिराग शेट्टी के लिए एक सपने के जैसा रहा है और वे इसका अंत बड़ी उपलब्धि के साथ करना चाहते हैं।
मुकाबले के बाद सात्विक ने ये बातें कही
सात्विक ने कहा कि, 'ये हमारे लिए सपने के जैसा रहा है। इंडिया ओवन से शुरू होकर थॉमस कप और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक। मैं काफी खुश और उत्साहित हूं।'
उन्होंने आगे कहा कि, 'यह हमारे लिए बड़ी जीत है। हम लंबे समय से उनके खिलाफ नहीं खेले थे। वह विश्व चैंपियन हैं और हम उनके खिलाफ खेलना चाहते थे। लेकिन हमें हमेशा शीर्ष वरीयता प्राप्त केविन सुकोमुल्जो और मार्कस गिडियोन का सामना करने का ही मौका मिला।' उन्होंने कहा कि वे यहां बड़ी उपलब्धि के साथ समाप्त करना चाहते हैं। वे केवल सेमीफाइनल तक ही सीमित नहीं रहना चाहते हैं।