भारतीय मेन्स टेबल टेनिस ने रविवार को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश को 3-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है। साथियान ज्ञानशेखरन और हरमीत देसाई की डबल्स जोड़ी ने मोहुतासिन रिदॉय और रामहिमिलियान बाउम को 11-8, 11-6, 11-2 से हराकर शुरुआती बढ़त हासिल की।
वहीं शरत कमल ने अपना दबदबा बनाए रखा और सब्बीर रिफत को 11-4, 11-7, 11-2 से हराकर भारत को 2-0 से बढ़त दिलाई। जबकि साथियान ज्ञानशेखरन ने मोहुतासिन को 11-2, 11-3, 11-5 से हराकर ताबूत में अंतिम कील ठोंक दी। इस प्रकार भारत ने बांग्लादेश को 3-0 से हराया।
इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारतीय टीम इस मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट के सेमीफाइनल में पहुंच गई है। जहां सोमवार को उसका सामना नाइजीरिया से होगा। मुकाबलों के दौरान भारत ने एक पल के लिए भी बांग्लादेशी खिलाड़ियों को वापसी का मौका नहीं दिया। आलम ये था कि बांग्लादेश 8 का आंकड़ा पार नहीं कर सका। भारत ने तीनों मैच 50 मिनट में जीत लिए।
मेन्स भारतीय टीम सिंगापुर, बारबाडोस और नॉर्दर्न आयरलैंड के खिलाफ तीनों मैच जीतकर ग्रुप सी में पहले स्थान पर रही। इन सब के बीच कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए दूसरा दिन बेहद शानदार रहा। वेटलिफ्टिंग में देश को 4 पदक हासिल हुए। संकेत सरगर ने 55 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर बर्मिंघम में भारत का खाता खोला।
गुरुराजा पुजारी ने 61 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर भारत को दूसरा पदक दिलाया। फिर देर रात वीमेंन्स 55 किग्रा वर्ग में बिंद्यारानी देवी ने रजक पदक हासिल किया। वहीं 49 किग्रा वर्ग में मीराबाई चानू ने भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया।
रविवार को भारत ने एक और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। जेरेमी लालरिननुंगा ने 67 किग्रा वर्ग में अविश्वसनीय प्रदर्शन करते हुए वेटलिफ्टिंग में रिकॉर्ड जीत दर्ज की।