जेरेमी लालरिननुंगा ने वेटलिफ्टिंग के 67 किग्रा वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत को दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया है। 19 वर्षीय जेरेमी ने कुल 300 किग्रा का भार उठाकर इतिहास रच दिया। वह बर्मिंघम में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के पहले पुरुष एथलीट हैं।
उनसे पहले महिलाओं में मीराबाई चानू ने स्वर्ण पदक जीता। भारत का वेटलिफ्टिंग में यह पांचवां पदक है। मीराबाई चानू और लालरिनुंगा के स्वर्ण के अलावा बिंदियारानी देवी ने रजत, संकेत सरगर ने रजत और गुरुराजा पुजारी ने कांस्य पदक जीता है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेरेमी को बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'हमारी युवा शक्ति इतिहास रच रही! जेरेमी लालरिनुंगा को बधाई, जिन्होंने अपने पहले ही कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है और साथ ही एक अभूतपूर्व कॉमनवेल्थ गेम्स रिकॉर्ड भी बनाया है। छोटी सी उम्र में उन्होंने अपार गौरव और यश हासिल किया है। उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।'
Our Yuva Shakti is creating history! Congratulations to @raltejeremy, who has won a Gold in his very first CWG and has set a phenomenal CWG record as well. At a young age he’s brought immense pride and glory. Best wishes to him for his future endeavours. pic.twitter.com/dUGyItRLCJ
— Narendra Modi (@narendramodi) July 31, 2022
जेरेमी ने स्नैच राउंड में पहले स्थान पर रहने के बाद क्लीन एंड जर्क में शानदार प्रदर्शन किया। अपने पहले प्रयास में उन्होंने 154 किग्रा का भार उठाया। इसके बाद दूसरे प्रयास में 160 किग्रा का भार उठाया, लेकिन इस दौरान वह चोटिल हो गए। तीसरे प्रयास में भी उन्होंने 165 किग्रा का भार उठाने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहे।
गोल्ड मेडल को बनाया वॉलपेपर
आपको बता दें कि जब कॉमनवेल्थ गेम्स के पदकों का डिजाइन जारी किया गया था, तभी जेरेमी ने इसे अपने मोबाइल का वॉलपेपर बना लिया था। लालरिनुंगा ने कुछ हफ्ते पहले ही स्पोर्ट्सस्टार को बताया था कि, 'जब कॉमनवेल्थ गेम्स के पदकों का डिज़ाइन जारी किया गया, तो मैंने तुरंत सोशल मीडिया से तस्वीर डाउनलोड कर ली। मैंने स्वर्ण पदक को अपने वॉलपेपर के रूप में सहेज लिया।'