कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 की समाप्ति हो चुकी है और सभी खिलाड़ी अपने देश पहुँच चुके हैं। हालांकि इस कॉमनवेल्थ गेम्स में एक ऐसी घटना घटी जिसे लेकर सभी देश हैरान हैं। दरअसल, कॉमनवेल्थ की समाप्ति के बाद श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाड़ी लापता हैं। यह सुनकर काफी अजीब लग रहा होगा लेकिन यह सच है। बता दें कि जैसे ही खिलाड़ियों के देश रवाना होने का समय आया वह अपने कमरें में नहीं मिले। हालांकि इन खिलाड़ियों के पासपोर्ट टीम प्रबंधन के पास ही हैं और उनके गायब होने पर पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी गई है लेकिन किसी भी खिलाड़ी का पता नहीं चल पाया।
श्रीलंका से गायब हुए 10 खिलाड़ी
श्रीलंका दल के अधिकारी ने बताया कि टीम के नौ एथलीट और एक मैनजर अपने-अपने इवेंट खत्म होने के बाद से गायब है। उन्होंने यह खुलासा किया कि यह सभी खिलाड़ी इंग्लैंड में रहने के इरादे से गायब हुए हैं क्योंकि वह देश वापस नहीं लौटना चाहते हैं। दरअसल, श्रीलंका में पिछले कुछ महीनों से आर्थिक संकट मंडरा रहा है और ऐसे में लोगों का रहना काफी मुश्किल हो गया है। इस डर के कारण ही खिलाड़ियों को अपने देश वापस नहीं जाना था।
कॉमनवेल्थ गेम्स में श्रीलंका दल से कुछ हफ्ते पहले जुडो खिलाड़ी चमिला डिलानी उनकी मैनेजर एसेला डी सिल्वा और रेसलर शनिथ गायब हो गए थे। जिसके बाद अब तक सात और खिलाड़ी गायब हो चुके हैं।
पाकिस्तान के दो खिलाड़ी गायब
श्रीलंका के बाद पकिस्तान के दो मुक्केबाजों के गायब होने की खबर है। पाकिस्तानी बॉक्सिंग कमिटी के सचिव नासिर तांग ने इस बारे में खुलासा किया और बताया कि बॉक्सिंग से सुलेमान बलूच और नजीरुल्लाह टीम के इस्लामाबाद रवाना होने से कुछ घंटे पहले गायब हो गए। उन्होंने यह भी बताया कि लौटने के समय यह दोनों बॉक्सर अपने कमरों में नहीं थे।
क्या हो सकती है वजह
अचानक से टीम और देश छोड़ने का एक कारण आर्थिक परेशानी भी है और श्रीलंका और पाकिस्तान ऐसे देश हैं जहां आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है।
दरअसल, जब देश में आर्थिक संकट चल रहा होता है तो वहाँ के लोगों को पैसों की किल्लत के कारण ऐसा कदम उठाना पड़ता है। जिन भी देशों के खिलाड़ी या कोच गायब होते हैं, उन देशों की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है। श्रीलंका भी इस समय भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। श्रीलंका में जनता का भविष्य खतरे में हैं और ऐसे में खिलाड़ी इन बड़े देशों में जानें का विचार करते हैं ताकि कोई अच्छी नौकरी लेकर वह अपने घरवालों की मदद कर पाएं।
इसके साथ ही किसी देशों में जनता की आजादी छीन ली जाती है या कोई जंग के कारण उस जगह में बेकार माहौल बन जाता है। ऐसे में खिलाड़ियों और लोगों के दिमाग में एक ही बात सामने आती है कि उन्हें बस देश छोड़कर किसी और जगह जाना होता है जहां वो चैन से जिंदगी बीता सकें।