कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में कुछ ऐसी घटना घटी जिसने पूरे विश्व में सनसनी पैदा कर दी है। दरअसल, कॉमनवेल्थ समाप्ति में बाद श्रीलंका और पाकिस्तान के कुछ खिलाड़ी अचानक से गायब हो गए। जब टीमों के रवाना होने का समय आया तब यह खिलाड़ी अपने रूम में नहीं मिले। इसके बाद इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई लेकिन पुलिस अभी तक इस मामले में कुछ पता नहीं लगा पाई है।
श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाड़ी इस साल के कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद गायब हैं। श्रीलंका दल से 10 एथलीट खिलाड़ी जिसमें एक मैनेजर और पाकिस्तान के दो बॉक्सर अचानक से गायब हो गए। गौर करने वाली बात यह है कि इन खिलाड़ियों के पासपोर्ट इनके टीम प्रबंधन के पास ही है।
क्यों अचानक से गायब हो जाते हैं खिलाड़ी?
देश में गरीबी यानि आर्थिक संकट या देश में जंग जैसी स्थिति होने के कारण अक्सर लोग दूसरे देशों में जाकर बसना पसंद करते हैं। ताकि वह अपने और अपने परिवार की देख रेख कर सकें। इस स्थिति में खिलाड़ी दूसरे देशों में जाकर कोई नौकरी ढूंढते हैं।
अक्सर खिलाड़ी इन कारणों से ही वापस अपने देश वापस नहीं जाना चाहते है, श्रीलंका और पाकिस्तान ऐसे देश हैं जहां राजनीतिक और आर्थिक संकट काफी हद तक पिछले कुछ महीने से गहराया हुआ है।
अतीत में भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह घटना कोई पहली नहीं, कॉमनवेल्थ गेम्स और ओलंपिक के इतिहास में ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। इसलिए अनुमान लगाना ज्यादा आसान हो जाता है कि खिलाड़ी किन वजहों से ऐसे कदम उठाते हैं। आइए जानें कुछ अहम घटनाओं के बारे में-
- साल 1956 में ओलंपिक्स खेलों की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया कर रहा था और सोवियत संघ और हंगरी इस ओलंपिक का हिस्सा थी। लेकिन टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले ही सोवियत सरकार ने हंगरी में सेना भेज दी थी जिसकी खबर मिलते ही दोनों देशों के बीच एक दूसरे को लेकर आक्रोश भर आया था। जैसे ही यह दोनों देश वॉटर पोलो के मैच में आमने सामने आए तो खिलाड़ी आपस में मारपीट करने लगे। मैच को बीच में ही रोका गया लेकीन तब तक खिलाड़ी खून-खून हो चुके थे। इस मैच को इतिहास में 'ब्लड इन द वॉटर' के नाम से जाना गया। इस घटना के बाद हंगरी के 50 लोग अमेरिका में ही रुके और अपने देश वापस नहीं लौटे।
- 1993 में श्रीलंका के 11 लोगों की टीम एक स्पोर्ट्स इवेंट में हिस्सा लेने कनाडा गई हुई थी, लेकिन इसमें से सिर्फ एक खिलाड़ी वापस लौटा। 10 खिलाड़ी बिना बताए कनाडा में ही रुक गए।
- 1997 और 1999 में दो नॉर्थ कोरिया खिलाड़ी टीम छोड़कर जा चुके हैं।
- 2000 के सिडनी ओलंपिक्स में हिस्सा लेने आए 100 से अधिक एथलीट्स अपने देश वापस न जाकर ज्यादा समय के लिए ऑस्ट्रेलिया में रुके थे।
- 2002 में मैनचेस्टर में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान 26 खिलाड़ी और अधिकारियों ने अपनी टीम छोड़ दी थी।
- 2004 में श्रीलंका की नेशनल हैंडबॉल टीम जर्मनी में टूर्नामेंट में हिस्सा लेने गई थी और गायब हो गई थी। दरअसल, उस समय श्रीलंका में सिविल वॉर चल रहे थे और बेरोजगारी से परेशान 23 लोग ने अपना देश छोड़ दिया था।
- 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स में 40 से अधिक खिलाड़ी और अधिकारी गायब हुए थे।
- 2007 में एक ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए ट्रिपल जंप के एक इवेंट में श्रीलंकाई टीम के कोच इटली में गायब हो गए थे। उन्हें इंटरनैशनल ओलंपिक काउंसिल की तरफ से एक ट्रेनिंग प्रोग्राम में भेजा गया था।
- 2012 के लंदन ओलंपिक्स के बाद 21 विदेशी खिलाड़ी और कोच गायब हो गए थे जिनका अभी तक कुछ पता नहीं चला। वहीं 82 लोगों ने यूके में रुकने के लिए सरकर को आवेदन दिया था।
- 2014 में साउथ कोरिया में हुए एशियन गेम्स में श्रीलंका के दो खिलाड़ी गायब हो गए थे। एक खिलाड़ी हॉकी टीम, जबकि दूसरा बीच बॉल टीम का प्लेयर था। दोनों खिलाड़ियों के बारे में अब तक कुछ पता नहीं चला है। कुछ रिपोर्ट के हिसाब से वह खिलाड़ी साउथ कोरिया में नौकरी की तलाश में निकल गए। बता दें कि इन दोनों खिलाड़ियों को ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है।
- 2018 में गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ के दौरान 200 से ज्यादा लोगों ने ऑस्ट्रेलिया में रहने की मांग की थी जिसमें अफ्रीकी देश के ज्यादातर लोग थे। कुछ खिलाड़ी तो बिना बताए होटल छोड़कर भाग गए थे लेकिन ऑस्ट्रेलिया सरकार ने ऐसे लोगों को सख्त सजा देने की बात कही जिसके बाद गायब हुए खिलाड़ी वापस लौट गए।
- अक्टूबर 2021 में खिलाड़ियों के गायब होने पर सख्त कदम उठाते हुए श्रीलंका ने कुश्ती टीम के लिए अलग से एक मैनेजर नियुक्त किया था जिसका नाम डोनाल्ड इंद्रवंसा था। उन्हें खिलाड़ियों पर नजर रखने का काम दिया गया था, हालांकि टूर्नामेंट खेलकर वापस लौटते समय इंद्रवंसा अचानक से गायब हो गए। उन्होंने कहा था कि वह एम्बेसी जा रहे हैं और इसके बाद न वह वहाँ पहुँचें और न ही वह देश लौटे। उनके बारे में आज तक कुछ मालूम नहीं चल पाया है।
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में पाकिस्तान से दो खिलाड़ी गायब हुए हैं। यह घटना पाकिस्तान के राष्ट्रीय तैराक फैजान अकबर के हंगरी में फिना वर्ल्ड चैंपियनशिप से गायब होने के दो महीने बाद हुई है। हालांकि अकबर ने चैंपियनशिप में कंपीट तक नहीं किया था और बुडापेस्ट पहुंचने के कुछ ही घंटों बाद अपने पासपोर्ट और अन्य दस्तावेजों के साथ गायब हो गया था। अभी तक उसका पता नहीं चल पाया है।