इंडियन टी-20 लीग 2022 के समापन के बाद भारतीय टीम का शेड्यूल काफी बिजी रहने वाला है। उसे 9 जून से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 सीरीज खेलनी है। इसके लिए टीम का ऐलान पहले ही हो चुका है। विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है। वहीं कुछ युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है।
वहीं इंडियन टी-20 लीग शुरू होने से पहले भारतीय टीम का टी-20 क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन रहा है। उसने वेस्टइंडीज को 3-0 से हराया और श्रीलंका के खिलाफ भी 3-0 सीरीज जीता। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका भारत को कठिन चुनौती दे सकता है, क्योंकि भारतीय खेमे में कुछ बड़े नाम नहीं हैं।
आगामी टी-20 वर्ल्ड कप और भारतीय क्रिकेट के भविष्य को ध्यान में रखते हुए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत इन तीन पहलुओं में नजर रखेगी।
1. ऋषभ पंत की बल्लेबाजी फॉर्म
इंडियन टी-20 लीग 2022 में दिल्ली के लिए विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कप्तानी की, लेकिन टीम और पंत दोनों के लिए सीजन अच्छा नहीं रहा। उन्होंने 14 मैचों में 30.91 की औसत से 340 रन बनाए। वह बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। कई मौकों पर उन्हें अच्छी शुरुआत मिली, लेकिन गैरजिम्मेदराना शॉट खेलते हुए आउट हुए। वह लगातार असफल हो रहे हैं। वहीं दिनेश कार्तिक की टीम में वापसी हुई है। अगर पंत ऐसे ही नाकाम रहे तो टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के लिए टीम में उनकी जगह पर संकट आ सकता है।
2. केएल राहुल की कप्तानी
केएल राहुल ने इंडियन टी-20 लीग 2022 में लखनऊ की कप्तानी की और टीम ने उनके नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन करते हुए प्लेऑफ तक का सफर तय किया। एलिमिनेटर में टीम हारने के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गई। वहीं बल्लेबाज के रूप में भी केएल राहुल के लिए यह सीजन शानदार रहा। उन्होंने 600 से अधिक रन बनाए। चूंकि रोहित शर्मा 35 साल के हो गए हैं और पंत के पास कप्तानी का उतना अनुभव नहीं है। ऐसे में केएल राहुल भविष्य में भारतीय टीम के कप्तान के उम्मीदवार के रूप में देखे जा रहे हैं।
3. हार्दिक पांड्या की गेंदबाजी फिटनेस पर नजर
हार्दिक पांड्या ने इंडियन टी-20 लीग 2022 में अपनी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया और उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली। गुजरात का शानदार तरीके से नेतृत्व करने के साथ उन्होंने 15 मैचों में 487 रन बनाए। इसके अलावा उन्होंने 8 विकेट भी हासिल किए। फाइनल मुकाबले में चार ओवर में 17 रन देकर तीन विकेट चटकाए थे। उनका गेंदबाजी प्रयास राजस्थान के खिलाफ अच्छा था और यही भारतीय चयनकर्ता उनसे उम्मीद कर रहे थे। फिर भी उन्होंने कुछ मैचों में गेंदबाजी नहीं की और कुछ मैचों में कुछ ओवर गेंदबाजी की।