भारतीय टीम गुजरते दिनों के साथ अपनी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग के क्षेत्र में लगातार नई ऊचाईयों को हासिल कर रही है। भारतीय क्रिकेट में कई बल्लेबाजों और फील्डर्स को देखा गया है, जिन्होंने टीम को गति दी है, लेकिन भारतीय क्रिकेट में पेस की कमी थी।
हालांकि, गुजरते समय के साथ भारत में वेंकटेश प्रसाद, जवागल श्रीनाथ, जहीर खान और इरफान पठान जैसे महान गेंदबाज पैदा हुए। वहीं एमएस धोनी के आने के बाद कई युवाओं को मिला। इसमें मोहम्मद सिराज भी है, जो हाल ही में वनडे क्रिकेट के नंबर-1 गेंदबाज बने।
इस आर्टिकल में हम ऐसे ही तीन भारतीय गेंदबाजों के बारे में चर्चा करेंगे, जो वनडे रैंकिंग में नंबर-1 गेंदबाज बने।
1. कपिल देव (Kapil Dev)
कपिल देव की अगुवाई में भारतीय टीम ने 1983 का वर्ल्ड कप खिताब जीता था और इसी टूर्नामेंट में कपिल देव ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 175 रनों की रिकॉर्ड तोड़ पारी खेली थी। यहीं नहीं पूर्व ऑलराउंडर सबसे पहले भारतीय गेंदबाज रहे, जो वनडे गेंदबाजी रैंकिंग में नंबर-1 बने।
उन्होंने 8 मार्च 1989 को यह उपलब्धि हासिल की और इतिहास रच दिया। कपिल देव ने 225 मैचों में 253 विकेट हासिल किए।
2. जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah)
Jasprit Bumrah (Image Source: Twitter)
जसप्रीत बुमराह 2017 से 2020 के बीच अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे। उन्होंने दुनिया के बल्लेबाजों को अपने घुटने पर लाया। वह 3 फरवरी 2018 में वनडे के नंबर-1 गेंदबाज बने। इस प्रकार वह भारत के दूसरे गेंदबाज बने, जिन्होंने नंबर-1 रैंकिंग हासिल की।
बुमराह 20-20 वर्ल्ड कप 2022 में नहीं खेल सके थे और इस महीने की शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में चुना गया था, लेकिन बाद में वह बाहर हो गए। अब उनके बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खेलने की उम्मीद है।
3. मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj)
इस भारतीय गेंदबाज ने 2019 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था और शुरुआत में अधिक रन खर्च करने के लिए काफी ट्रोल भी किए जाते थे। हालांकि, दाएं हाथ के गेंदबाज ने अपना कद बढ़ाया और 2022 में 5 से कम की इकोनॉमी में 24 विकेट हासिल किए।
वह 25 जनवरी 2023 को भारत के तीसरे ऐसे गेंदबाज हुए, जिसने वनडे रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया हो। उन्होंने हाल ही में समाप्त हुई श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में 9 विकेट लिए। इस साल अब तक सिराज ने 14 विकेट लिए हैं।