गत चैंपियन चेन्नई के लिए इंडियन टी-20 लीग 2022 का सीजन किसी बुरे सपने की तरह रहा है। टीम ने शुरुआती छह मुकाबले गंवाकर बेहद खराब शुरुआत की। इसके बाद जडेजा ने टीम की कप्तानी छोड़ दी और धोनी को फिर से कप्तान बनाया गया। धोनी के कप्तान बनने के बाद चेन्नई ने अपने अगले पांच मैचों में से चार में जीत हासिल की है। टीम इस समय अंकतालिका में 9वें स्थान पर है।
मेगा नीलामी में चेन्नई ने दीपक चाहर पर दांव लगाया और भारी राशि खर्च करके खरीदा, लेकिन चोट की वजह से वह टूर्नामेंट में नहीं खेलें। फाफ डु प्लेसिस को वापस शामिल करने में चेन्नई विफल रहा। इसके अलावा टीम के अन्य खिलाड़ी भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही तीन खिलाड़ियों की बात करेंगे, जो इस सीजन पूरी तरह फ्लाप रहे।
1. रवींद्र जडेजा
इंडियन टी-20 लीग के 15वें संस्करण के शुरू होने से पहले चेन्नई का कप्तान नियुक्त होने के बाद ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा पूरी तरह चर्चा में आए। हालांकि, कप्तान की अतिरिक्त जिम्मेदारियों ने उनके व्यक्तिगत और टीम के प्रदर्शन दोनों पर असर डाला। जडेजा ने इस सीजन 10 मैचों में लगभग 50 की औसत से केवल 5 विकेट लिए, जबकि बल्ले से केवल 116 रन बनाए।
2. मोईन अली
अंग्रेज ऑलराउंडर ने पिछले साल चेन्नई के चौथी बार खिताब जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने 350 से अधिक रन बनाए थे और चेन्नई की बल्लेबाजी को आक्रामकता प्रदान की। हालांकि, टूर्नामेंट के 15वें संस्करण में अब तक मोईन के बल्ले से रन नहीं बने हैं। वह सात मैचों में 18.57 के मामूली औसत से केवल 130 रन ही बना पाए हैं, जबकि पांच विकेट चटकाए हैं।
3. क्रिस जॉर्डन
चेन्नई फ्रैंचाइजी की उम्मीदों पर क्रिस जॉर्डन खरे नहीं उतरे हैं। वह इस सीजन अब तक केवल चार मैच खेले हैं और केवल दो विकेट हासिल कर पाए हैं। वह काफी महंगे भी साबित हुए हैं। उन्होंने 10.52 के इकोनॉमी से रन लुटाए हैं। 33 वर्षीय ऑलराउंडर बल्ले से भी योगदान देने में विफल रहे और सिर्फ 11 रन बनाए। बाद में उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। चेन्नई ने मेगा नीलामी में जॉर्डन को 3.60 करोड़ रुपये में खरीदा था, लेकिन वह अपने प्रदर्शन से इसकी भरपाई नहीं कर पाए हैं।