टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल का खराब फॉर्म जारी है। वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के पहले मैच में कुछ खास नहीं कर सके, जिसके लिए उनकी काफी आलोचना भी हुई। इन आलोचनाओं के बीच बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर ने उनका बचाव किया है। राठौर ने दावा किया है कि राहुल ने भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।
हालांकि, आंकड़ें कुछ और ही बयां करते हैं। उनके पिछली 10 टेस्ट पारियों पर नजर डाले तो वह एक अर्धशतक के साथ केवल 180 रन बना पाए हैं। 2022 में उन्होंने चार मैचों में 17.13 की औसत और 36.15 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 137 रन बनाए। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम मैनेजमेंट कुछ बड़े फैसले ले सकता है।
इस आर्टिकल में हम ऐसे तीन कारणों के बार में बात करने जा रहे हैं, जिससे उप-कप्तान होने के बावजूद उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है।
1. खराब फॉर्म के बावजूद मिले लगातार कई मौके

केएल राहुल के लगातार असफल होने के बावजूद उन्हें मौके मिले हैं। उन्होंने इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जरूर दो शानदार शतक बनाए, लेकिन इन दो पारियों के अलावा उनके आंकड़े खराब रहे हैं। इंग्लैंड दौरे पर तीन शानदार पारियो के बाद राहुल ने अगले कुछ पारियों में 5, 0, 8, 17 और 46 का स्कोर बनाया। ऐसे ही दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी हुआ, जहां उन्होंने पहली तीन पारियों में एक शतक और अर्धशतक बनाया, लेकिन इसके बाद 8, 12 और 10 का स्कोर बनाया।