केएल राहुल के नेतृत्व में लखनऊ की टीम ने इंडियन टी-20 लीग के 15वें संस्करण में डेब्यू किया। टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया। हालांकि नॉकआउट मुकाबले में हारने के बाद उसका सफर समाप्त हो गया। अपने खिलाड़ियों के अच्छे खेल की बदौलत लखनऊ प्लेऑफ तक पहुंचने में कामयाब हुई।
लखनऊ की टीम लीग चरण के समाप्त होने के बाद अंकतालिका में तीसरे स्थान पर थी। इसलिए उसे एलिमिनेटर मुकाबले में चौथे स्थान पर रही बैंगलोर से भिड़ना पड़ा। इस करो या मरो मैच में फाफ डु प्लेसिस की अगुवाई वाली बैंगलोर केएल राहुल एंड कंपनी पर भारी पड़ गई और उसे 14 रन से हराया। इस हार के साथ उसके फाइनल में पहुंचने का रास्ता बंद हो गया।
चूंकि लखनऊ खिताब जीतने वाली टीमों में से पसंदीदा टीम थी, इसलिए उसका फाइनल न खेलना प्रशंसकों के सथ-साथ विशेषज्ञों को अच्छा नहीं लगा। इस आर्टिकल में हम तीन कारणों के बारे में बात करेंगे, जिसकी वजह से लखनऊ इंडियन टी-20 लीग 2022 का टाइटल जीतने में असफल हुई।
1. एलिमिनेटर जैसे मैच में केएल राहुल की धीमी पारी
208 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए केएल राहुल तेजी से अपनी पारी को आगे बढ़ा नहीं सके। उन्होंने पहले 15 ओवरों में जोखिम नहीं उठाया और बाउंड्री लगाने की कोशिश नहीं की, जिसके कारण रन रेट बढ़ता गया। 15वें ओवर के बाद उन्होंने गियर बदला, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। अन्य बल्लेबाजों पर आते ही रन बनाने का दबाव पड़ा, जिससे वे बिखर गए। केएल राहुल 58 गेंदों में 79 रन बनाकर आउट हुए। अंत में टीम लक्ष्य तक पहुंचने में नाकाम रही।
2. एविन लुईस से पहले मनन वोहरा को बल्लेबाजी के लिए भेजना
एलिमिनेटर मैच में मनन वोहरा को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था। विशाल लक्ष्य का पीछा करने के दौरान उन्हें तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजने का फैसला सहीं नही रहा, जबकि एविन लुईस 6वें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए आए। जब वह क्रीज पर आए, तब तक मैच लखनऊ के हाथ से निकल चुका था।
3. लक्ष्य का पीछा करते हुए हारे कई मुकाबले
सीजन के पहले 11 मैचों के बाद लखनऊ की टीम 16 अंकों के साथ अंकतालिका में टॉप पर थी। फिर लखनऊ को गुजरात और राजस्थान के हाथों लगातार दो हार का सामना करना पड़ा। दोनों बार टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए हारी। वे एलिमिनेटर में भी लक्ष्य का पीछा करने के दौरान ही हारे। अपने पिछले 11 मैचों में लखनऊ ने टारगेट का पीछा करते हुए पांच मैर हारे।