आईपीएल (IPL) 2023 को शुरू हुए डेढ़ महीने हो चुके हैं और फैंस को आए दिन रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं। लेकिन इस सीजन सबसे ज्यादा चर्चा चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी (DHONI) की है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब भी वह मैदान में बल्लेबाजी करने आते हैं लोग उनके छक्के को देखने के लिए पागल हो जाते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस सीजन उन्हें 2-3 बार चोट में कराहते हुए खेलते देखा गया है। वह फील्ड में ढंग से रन भी नहीं ले पा रहे थे। इसके बावजूद उन्होंने कुछ कमाल की पारी खेली है और फैंस को अपना दीवाना बनाया है।
लेकिन यह पहली बार नहीं है जब "कैप्टन कूल" ने अपने टीम के लिए अपनी जान जोखिम में डाली हो। इस आर्टिकल में हम उन्हीं 3 मौकों के बारे में बात करेंगे जब धोनी चोट में कराहते हुए भी शानदार पारी खेलकर सबको चौंकाया है।
3. कोलकाता बनाम चेन्नई, IPL 2019
कोलकाता के ईडन गार्डन में एक चुनौतीपूर्ण पिच पर 162 रनों के कठिन स्कोर का पीछा करने की कोशिश में 11.1 ओवर के बाद CSK 81/4 पर संकट में थी। छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे एमएस धोनी (DHONI) पीठ में दर्द से जूझ रहे थे। लेकिन धोनी ने क्रीज ओर मौजूद सुरेश रैना का समर्थन किया और चेन्नई को जीत की दहलीज पर लाके छोड़ा।
बता दें कि धोनी ने क्रीज पर ज्यादा समय नहीं बताया लेकिन जब तक वह क्रीज पर मौजूद थे उन्होंने KKR के स्पिनरों को जमकर धोया। धोनी ने 16 वें ओवर में अपना विकेट खोया लेकिन वह आउट होते तक चेन्नई के लिए अहम पारी खेल चुके थे और चेन्नई ने आखिरी ओवर में उस मुकाबले को जीत भी लिया था।
2. भारत बनाम इंग्लैंड, 2006
इंग्लैंड की मजबूत टीम के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए अनुभवहीन भारतीय टीम 15.3 ओवर में 79/5 पर सिमट गई थी। राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली उस मैच के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे।
पहली बार भारत के लिए शुरुआत करने वाले युवा एमएस धोनी ने ऐसी कठिन परिस्थितियों में एक शानदार अर्धशतक लगाया। धौनी ने अप्रैल के महीने में जमशेदपुर की 44 डिग्री सेल्सियस गर्मी में 39वें ओवर तक बल्लेबाजी की। ऐंठन और गर्मी की थकावट के कारण धोनी को अपनी पीठ पर आइस पैक रखकर बल्लेबाजी करनी पड़ी थी। बता दें कि, उन्होंने उस मैच में 106 गेंदों पर 96 रनों की पारी खेली थी।
1. पंजाब बनाम चेन्नई, IPL 2018
CSK 6.4 ओवरों में 3 विकेट खोकर 56 रन पर जूझ रही थी। उन्हें PBKS की गेंदबाजी के खिलाफ 198 रनों का पीछा करना था। पंजाब की गेंदबाजी अटैक में रविचंद्रन अश्विन, एंड्रयू टाय, मोहित शर्मा और मुजीब उर रहमान जैसे खिलाड़ी शामिल थे। एमएस धोनी (DHONI) (44 गेंदों पर 79* रन), जो पीठ के दर्द से गुजर रहे थे उन्होंने अकेले दम पर अपनी टीम को ऐसी परिस्थितियों में जीत दिलाई। अपनी तेज-तर्रार पारी के दौरान, धोनी ने 179.55 की स्ट्राइक रेट से छह चौके और पांच छक्के लगाए थे।