भारतीय महिला क्रिकेट टीम बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अपने अभियान के लिए पूरी तैयार है। टीम इंडिया अपना पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेगी। हरमनप्रीत कौर टीम की कप्तान हैं, जबकि स्मृति मंधानी उपकप्तान हैं। सीडब्ल्यूजी के लिए चयनित 15 सदस्यीय टीम में से कुछ स्टार खिलाड़ियों ने पिछले कुछ महीनों में टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।
इस आर्टिकल में हम उन होनहार भारतीय महिला क्रिकेटरों की बात करेंगे, जिनसे कॉमनवेल्थ गेम्स में बेहतर करने की उम्मीदें सबसे ज्यादा हैं।
1. हरमनप्रीत कौर
पूर्व कप्तान और सीनियर बल्लेबाज मिताली राज के संन्यास के बाद हरमनप्रीत कौर टीम की बागडोर संभाल रही है। श्रीलंका के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की वनडे सीरीज में उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। टीम ने मेजबान टीम के खिलाफ 3-0 से सीरीज जीती। कप्तानी के अलावा हरमनप्रीत कौर 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में बल्ले से कमाल कर सकती है। इसलिए बर्मिंघम में देश को उनसे काफी उम्मीदें हैं।
2. स्मृति मंधाना
बाएं हाथ की बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने पिछले कुछ महीनों में बल्ले से शानदार खेल दिखाया है। उनके पास नई गेंद से पावरप्ले के ओवरों में टीम के लिए तेजी से रन बनाने की क्षमता है। वह टीम को पहली पारी में बड़े स्कोर तक पहुंचाने और दूसरी पारी में किसी भी स्कोर का पीछा करने में मदद कर सकती है। खेल के सबसे छोटे प्रारूप में उनका स्ट्राइक रेट 120 है। ऐसे में भारतीय फैन्स उनसे बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम में बड़ा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रहे हैं।
3. शेफाली वर्मा
शेफाली वर्मा पिछले कुछ महीनों में अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सकी हैं, लेकिन उनकी कुशल बल्लेबाजी शैली कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में विरोधी टीम के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। खेल के छोटे प्रारूप में उनका स्ट्राइक रेट 139 का है। भारतीय जर्सी में उनके अब तक के सफर को देखते हुए मैनेजमेंट और फैन्स को निश्चित तौर पर उनसे उम्मीदें होंगी। प्रतिभाशाली होने के नाते शेफाली बर्मिंघम में अपने पूरे अभियान के दौरान भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
4. स्नेह राणा
सीनियर बॉलिंग ऑलराउंडर स्नेह राणा ने 2014 में भारतीय महिला टीम के लिए अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति दर्ज करने के बाद से कई मौकों पर टीम के लिए अपनी उपयोगिता साबित की है। 2021 का साल उनके लिए सबसे बेहतरीन रहा। वह श्रीलंका दौरे के लिए टीम का हिस्सा नहीं थी, लेकिन उनके प्रतिभा को देखते हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया।
5. दीप्ति शर्मा
ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा 2014 में डेब्यू के बाद से टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं। उन्होंने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से टीम में शानदार योगदान दिया है। उनके होने से टीम के बल्लेबाजी और गेंदबाजी विभाग में संतुलन बना रहता है। उन्होंने हंड्रेड और बिग बैश लीग जैसे टी-20 टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया है। इसलिए अंग्रेजी परिस्थितियों को वह भलीभांति समझती-जानती होंगी। उनके अनुभव को देखते हुए भारतीय खेमा उन पर भरोसा कर सकता है।