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(Photo Source: IPL/BCCI)
इंडियन टी-20 लीग दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी-20 लीगों में से एक है। दो महीने तक चलने वाले इस मेगा टूर्नामेंट में दुनियाभर के क्रिकेटर हिस्सा लेते हैं और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। टूर्नामेंट के पिछले दो सीजन में दर्शकों की भारी संख्या दर्ज की गई थी, लेकिन इस सीजन इसकी लोकप्रियता में कमी आई है।
इंडियन टी-20 लीग के 15वें संस्करण में दो नई टीमों के आने के बाद उम्मीद की गई कि दर्शकों की संख्या में वृद्धि होगी। लेकिन अभी तक ऐसा देखने को नहीं मिला है। ब्रॉडकास्ट आडियंस रिचर्स काउंसिल (BARC) द्वारा जारी ताजा आंकड़े के अनुसार 15वें संस्करण में टीवी रेटिंग में 33 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं टूर्नामेंट देखने वाले दर्शकों की संख्या में 14 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन उसमें से कुछ कारणों के बारे में आइए हम इस लेख में जानते हैं।
1. छह महीने से कम समय में टूर्नामेंट का दोबारा होना
इंडियन टी-20 लीग का 2021 संस्करण पिछले साल अक्टूबर में समाप्त हुआ, जहां चेन्नई ने फाइनल में कोलकाता को हराकर चौथी बार खिताब जीता। वहीं इसके छह महीने से कम समय में यह टूर्नामेंट दोबारा इस साल मार्च में शुरू हुआ। यह इस सीजन दर्शकों की संख्या में गिरावट का एक कारण हो सकता है।
2. हाल के दिनों में बहुत अधिक टी-20 क्रिकेट का होना
पिछले एक साल में काफी अधिक टी-20 क्रिकेट आयोजित किए गए। कोरोना के कारण बंद पड़े क्रिकेट को शुरू करने के लिए अंतरराष्ट्रीय टीमों ने टी-20 क्रिकेट को ज्यादा तवज्जो दिया। पिछले छह महीने में इंडियन टी-20 लीग 2021, बिग बैश लीग, पाकिस्तान सुपर लीग जैसे टूर्नामेंट हुए हैं।
3. बड़े खिलाड़ियों का न खेलना
इस साल कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो इंडियन टी-20 लीग में नहीं खेल रहे हैं। एबी डिविलियर्स, क्रिस गेल, बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर जैसे खिलाड़ियों को देखने के लिए दर्शक टूर्नामेंट देखते हैं, लेकिन इस साल ये बड़े खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं।
4. दो बड़ी टीमों का अब तक नाकाम रहना
निस्संदेह मुंबई और चेन्नई लीग की सबसे सफल टीमें हैं। मुंबई ने पांच बार खिताब जीता है तो चेन्नई ने चार बार ट्रॉफी अपने नाम किया है। इसलिए प्रशंसकों को उम्मीद थी कि इस सीजन भी टीमें अच्छा प्रदर्शन करेंगी। लेकिन दोनों टीमों की शुरुआत खराब हुई है और वे अंकतालिका में सबसे नीचे हैं।
5. पसंदीदा खिलाड़ियों का अलग-अलग टीमों से खेलना
इस सीजन के मेगा नीलामी में सभी टीमों ने अपने कुछ प्रमुख खिलाड़ियों को खो दिया। उदाहरण के तौर पर डेविड वॉर्नर को हैदराबाद ने रिलीज कर दिया, जिसके बाद मेगा नीलामी में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को दिल्ली ने टीम में शामिल किया। वहीं युजवेंद्र चहल राजस्थान में चले गए, हार्दिक पांड्या गुजरात की ओर से खेल रहे हैं। हो सकता है स्टार खिलाड़ियों के ट्रांसफर ने प्रशंसकों की मानसिकता पर एक बड़ा प्रभाव डाला हो, जो अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को वर्षों से एक ही फ्रेंचाइजी के लिए खेलते देखने के आदी हैं।