क्रिकेट की दुनिया में आप कितने भी विकेट ले सकते हैं लेकिन एक जमाने में छक्के लगाना बहुत बड़ी बात समझी जाती थी। एक छक्का भी लगने पर बल्लेबाज के साथ ही फैंस भी काफी खुश हो जाते थे। मैच में फैंस छक्के देखने के लिए तरस जाते थे। लेकिन अब तो छक्कों की बारिश होती है। क्रिकेट में कुछ खिलाड़ियों ने ऐसे छक्के लगाए हैं जिन्हें सालों तक याद रखा जाएगा। अगर आप इंडियन फैंस के नजरिए से देखें तो कई खिलाड़ियों ने ऐसे शानदार छक्के लगाये हैं जिन्हें फैंस कभी नहीं भूल सकते हैं।
आइए जानते हैं 7 ऐसे ही छक्कों के बारे में जिन्हें भारतीय फैंस कभी भुला नहीं सकते।
7. दिनेश कार्तिक का छक्का निदहास ट्रॉफी फाइनल में
2018 के निदहास ट्रॉफी फाइनल मुकाबले में दिनेश कार्तिक ने जो छक्का लगाया था उसे हमेशा याद रखा जाएगा। बांग्लादेश ने पहले बैटिंग करते हुए 166 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए मुकाबला काफी रोमांचक स्थिति में पहुंच गया। भारतीय टीम को आखिरी गेंद पर जीत के लिए 5 रन चाहिए थे और दिनेश कार्तिक ने शानदार छक्का लगाकर ये मैच जिता दिया।
6. राहुल द्रविड़ के छक्के 2011 में ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में
अपने पहले और आखिरी टी-20 मैच में राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ लगातार 3 छक्के जड़े थे।द्रविड़ को ज्यादा आक्रामक प्लेयर नहीं माना जाता है, लेकिन उस मैच में उस वक्त टीम को रनों की जरुरत थी और द्रविड़ ने रन बनाकर दिए।
द्रविड़ ने पहले कुछ समय लिया लेकिन एक बार सेट हो जाने के बाद 11वें ओवर में समित पटेल के ओवर में उन्होंने 3 लगातार छक्के जड़ दिए।
- पहला छक्का उन्होंने मिड विकेट के ऊपर से मारा
- दूसरा छक्का उन्होंने स्ट्रेट बाउंड्री के बाहर लगाया
- तीसरा छक्का उन्होंने स्वीप करके लगाया।
द्रविड़ के वो 3 बेहतरीन छक्के आज भी भारतीय क्रिकेट फैंस के जेहन में ताजा हैं और वो उन्हें कभी नहीं भूल सकते।
5. सचिन तेंदुलकर 1998 में शारजाह में
90 के दशक के आखिर में सचिन तेंदुलकर और शेन वॉर्न अपने करियर के चरम पर थे। हर मैच में इन दोनों खिलाड़ियों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती थी। मैच के 20वें ओवर में शेन वॉर्न की गेंद पर उन्होंने पहला छक्का लगाया। शेन वॉर्न ने सचिन को राउंड द् विकेट गेंद डालने का फैसला किया लेकिन सचिन ने गेंद को लॉन्ग ऑन बाउंड्री के बाहर 6 रनों के लिए भेज दिया। वॉर्न उस मैच में काफी महंगे साबित हुए और बिना कोई विकेट लिए 61 रन खर्च डाले।
4. वीरेंद्र सहवाग 2004 में मुल्तान में
दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने तो अपने करियर में रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी लेकिन वो कभी तिहरा शतक नहीं लगा सके। तिहरे शतक के इस सूखे को खत्म किया विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने। मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ तिहरा शतक जड़कर वो 'मुल्तान के सुल्तान' बन गए। 295 रनों के स्कोर पर पाकिस्तानी टीम के दिग्गज स्पिनर सकलैन मुश्ताक गेंदबाजी करने के लिए आए। पाकिस्तान ने सहवाग पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश की लेकिन सहवाग भी कहां चूकने वाले थे और उन्होंने छ्क्का जड़ दिया। इस शॉट के साथ ही सहवाग इतिहास रच चुके थे। टेस्ट क्रिकेट में 300 रन बनाने वाले वो पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए।
3. युवराज सिंह का 2007 में 6 छक्का
2007 के पहले टी-20 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह के उन 6 छक्कों को कौन भूल सकता है जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर लगाए थे। भारत ने 2007 का पहला टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया लेकिन युवराज के वो 6 छक्के आज भी भारतीय फैंस के जेहन में ताजा हैं।
2. सचिन तेंदुलकर का सिक्स 2003 में सेंचुरियन में
2003 के वर्ल्ड कप में भी भारत और पाकिस्तान के बीच हाईवोल्टेज मुकाबला हुआ। सबको उम्मीद थी कि सेंचुरियन की तेज पिच पर शोएब अख्तर खतरनाक साबित होंगे। अपनी पहली गेंद शोएब अख्तर ने काफी तेज डाली लेकिन सचिन तेंदुलकर ने शोएब की गेंद को कट करके थर्ड मैन बाउंड्री के बाहर 6 रनों के लिए भेज दिया। पूरा स्टेडियम हैरान रह गया कि आखिर सचिन ने इतना शानदार छक्का कैसे लगाया ? पर भारतीय फैंस काफी खुश थे।
तेंदुलकर ने उस मैच में शोएब अख्तर की जमकर धुनाई की और बेहतरीन 98 रन बनाए। अपनी बल्लेबाजी से उन्होंने शोएब अख्तर का डर सभी के दिल से दूर कर दिया। शोएब अख्तर उस मैच में काफी महंगे साबित हुए 10 ओवरों में 72 रन खर्च कर डाले। भारत ने ये मैच 26 गेंद शेष रहते ही जीत लिया। इस तरह से वर्ल्ड कप में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और मुकाबला अपने नाम किया।
1.धोनी का विजयी छक्का वानखेड़े स्टेडियम में
2011 का वर्ल्ड कप फाइनल और जगह मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के उस शॉट ने पूरे हिंदुस्तान को वो खुशी मनाने का मौका दिया जिसका इंतजार सभी देशवासी 28 साल से कर रहे थे।उस लम्हे को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। सालों तक धोनी के उस शॉट को याद रखा जाएगा। जब भी भारतीय क्रिकेट के शानदार इतिहास की बात होगी तब धोनी के उस छक्के का जिक्र जरुर होगा।