शनिवार, 29 जुलाई को बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में खेले गए वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम दिया गया। दोनों की गैरमौजूदगी का नतीजा रहा कि मेहमान टीम 181 रनों पर ही सिमट गई और वेस्टइंडीज ने 6 विकेट से भारत को हराया। अब रोहित और विराट को आराम देने के फैसले पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इसी कड़ी में भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बता दें कि इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों को आराम देने के बाद संजू सैमसन और अक्षर पटेल को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था। हालांकि, ये दोनों खिलाड़ी मौके का फायदा नहीं उठा सके। संजू सैमसन 19 गेंदों में 9 रन बनाकर आउट हुए, जबकि अक्षर पटेल 8 गेंदों में 1 रन ही बना सके।
अब अपने यूट्यूब चैनल पर मैच की समीक्षा करते हुए आकाश चोपड़ा ने भारतीय टीम की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि मेहमान टीम ने वेस्टइंडीज को बहुत हल्के में लिया, जिसके कारण हार मिली है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप बहुत दूर नहीं है और यह संकेत है कि प्रयोग करने का यह सही समय नहीं है।
खिलाड़ियों को आराम देने का कोई मतलब नहीं है- आकाश चोपड़ा
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा, आप सोच रहे होंगे कि रोहित और कोहली क्यों नहीं खेले। क्या ऐसा इसलिए था क्योंकि पिछले मैच में विपक्षी टीम हार गई थी? वेस्टइंडीज पहले बल्लेबाजी करते हुए बेहद साधारण दिख रही थी, इसलिए भारत ने सोचा कि वे अपने मुख्य खिलाड़ियों को नहीं खिलाएंगे, थोड़ा और प्रयोग करते हैं। शायद यही कारण रहा होगा?
उन्होंने कहा, अगर यही कारण होता, तो वेस्टइंडीज को शाई होप को आराम करने के लिए कहना चाहिए, क्योंकि यह भारतीय टीम कमजोर है? मेरी राय में विश्व कप दूर नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्कलोड को मैनेज करने के लिए रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों को आराम देने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि एशिया कप से पहले बहुत मैच नहीं है।
चोपड़ा ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि, इस सीरीज के आखिरी मैच को छोड़कर, पूरे अगस्त में भारत कोई वनडे मैच नहीं खेलने वाला। लेकिन मेरा मानना है कि अगर आपने यह मैच नहीं खेला तो आप आखिरी मैच क्यों खेलेंगे। आपने पहले मैच में बल्लेबाजी नहीं की। आप सीधे सितंबर में एशिया कप में खेलेंगे। इसलिए अगर आप इसे उस नजरिए से देखें तो वर्कलोड का बोझ उतना ज्यादा नहीं है।