भारत बनाम वेस्टइंडीज के बीच चल रहे टी-20 सीरीज के पहले दो मैचों में सूर्यकुमार यादव को सलामी बल्लेबाज के रूप में प्रमोट किया गया है। टीम मैनेजमेंट के इस फैसले ने कई लोगों को हैरान किया। पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा भी सूर्यकुमार से पारी की शुरुआत कराने के फैसले से स्तब्ध हैं। उन्हें लगता है कि सूर्यकुमार को ओपनर के तौर पर आजमाने का कोई मतलब नहीं है।
आपकों बता दें कि वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले और दूसरे टी-20 मुकाबले में सूर्यकुमार ने क्रमश: 24 और 11 रन बनाए। आकाश चोपड़ा ने कहा कि, 'मेरी दूसरी राय यह है कि आप दिनेश कार्तिक के साथ ओपनिंग क्यों नहीं करते? रोहित शर्मा नंबर 5 पर बल्लेबाजी क्यों नहीं करते? यह मेरी राय है। अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग नियम क्यों?
इस तरह के प्रयोग से बल्लेबाज का कॉन्फिडेंस गिर सकता है
तीसरे टी-20 मुकाबले से पहले आकाश चोपड़ा ने कहा कि इस तरह के प्रयोग से बल्लेबाज का कॉन्फिडेंस गिर सकता है। ओपनिंग बहस पर चोपड़ा ने कहा कि, 'यह थोड़ा ज्यादा है। इसका (सूर्यकुमार यादव के टॉप में बल्लेबाजी) कोई मतलब नहीं है। आपने इंग्लैंड में ऋषभ पतं के साथ ओपनिंग की।
उन्होंने कहा कि सबसे अच्छी स्थिति अगले तीन मैचों में सूर्यकुमार यादव तीन शतक बना सकते हैं और सबसे खराब स्थिति यह होगी कि वह तीन मैचों में सिर्फ 30 रन बना सके। इसलिए बल्लेबाज पूरे टी-20 सीरीज में करीब 60 रन बना लेगा।
आकाश चोपड़ा ने कहा कि, 'यह वनडे मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद आया है। यह खेल कॉन्फिडेंस पर डिपेंड है। अगर बल्लेबाज का कॉन्फिडेंस टूट गया तो आपको वास्तव में क्या हासिल हुआ।' उन्होंने कहा कि, 'हम चाहते हैं कि खिलाड़ी कहीं भी बल्लेबाजी करें। ये नहीं चाहते कि वे विशिष्ट स्थिति में बल्लेबाजी करें। हम चाहते हैं कि खिलाड़ी प्लेक्सिबल हों। कुछ खिलाड़ियों के आधार पर इसे देखने के दो तरीके हैं।'