ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरोन फिंच रविवार, 11 सितंबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना आखिरी वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगें। फिंच ने घोषणा की है कि इस मैच के बाद वह वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। बता दें कि कुछ महीने पहले इंग्लैंड के स्टार ऑल राउंडर बेन स्टोक्स ने भी वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी।
फिंच की बात करें तो उन्होंने 145 वनडे मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया है और शानदार तरीके से रन भी बनाए हैं। हालांकि फिंच के लिए यह साल बेहद ही खराब रहा है क्योंकि उन्होंने इस साल वनडे क्रिकेट में अपनी पिछली सात पारियों में केवल 26 रन ही बनाए हैं। जो बेहद ही खराब आँकड़ें हैं। ऐसे में फिंच को लगता है कि अब उन्हें अपने कदम पीछे हटा लेने चाहिए और बाकी खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए।
अपने संन्यास को लेकर क्या कहा फिंच ने
उन्होंने कहा, "ये कुछ अविश्वसनीय यादों के साथ एक शानदार सफर रहा है। मैं कुछ शानदार वनडे टीमों का हिस्सा बनने के लिए बेहद भाग्यशाली रहा हूं। मुझे उन सभी का आशीर्वाद मिला है जिनके साथ मैंने खेला है।"
उन्होंने आगे कहा कि, "अब समय आ गया है कि एक नए कप्तान को अगले विश्व कप की तैयारी करने और जीतने का सबसे अच्छा मौका दिया जाए। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस मुकाम तक पहुँचने में मेरी यात्रा में मदद और समर्थन किया है।"
टी-20 फॉर्मेट में कप्तान बने रहेंगे एरोन फिंच
इस ऐलान के बाद यह साफ है कि फिंच ऑस्ट्रेलिया के पुरुष क्रिकेट वनडे वर्ल्ड कप 2023 टीम का हिस्सा नहीं होंगे, हालांकि वह इस साल के टी-20 विश्व कप में टीम की कप्तानी करना जारी रखेंगे।
फिंच ने 145 वनडे मैचों में 17 शतकों और 30 अर्धशतकों के साथ 5401 रन बनाए हैं। उन्होंने साल 2013 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया था और स्कॉटलैंड के खिलाफ 148 रन बनाकर अपना पहला शतक बनाया।
साल 2018 में जब गेंद से छेड़छाड़ के मामले में स्टीव स्मिथ पर प्रतिबंध लगाए गए थे उसके बाद फिंच को स्थायी तौर पर ऑस्ट्रेलियाई टीम में लिमिटेड ओवर फॉर्मेट का कप्तान नियुक्त किया गया था।