भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अभिमन्यु मिथुन 19 नवंबर से शुरू होने वाले अबू धाबी टी-10 लीग के इस सीजन में हिस्सा लेंगे और इसको लेकर वह काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। तेज गेंदबाज का मानना है कि टी-10 लीग में खेलने से दुनिया के अन्य लीगों में खेलने के लिए नये रास्ते खुलेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस लीग में दुनिया भर के कई बड़े खिलाड़ी शामिल होंगे और इससे उनको अनुभव मिलेगा।
बड़े मंच पर अनुभव हासिल करने का अच्छा मौका
अभिमन्यु मिथुन कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी खेलते हुए क्रिकेटर के रूप में बड़े हुए हैं। उन्होंने आईपीएल 2009 में आरसीबी, 2015 में मुंबई इंडियंस और 2016-18 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेला है। 32 वर्षीय क्रिकेटर ने अब तक 74 टी-20 मैचों में 69 विकेट लिए हैं।
अभिमन्यु मिथुन ने कहा कि अबू धाबी टी-10 सबसे तेज प्रारूप है और जब मुझे इस टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला तो मैं वास्तव में उत्साहित था। टूर्नामेंट में खेलने वाले कई अच्छे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं। इसलिए मैंने सोचा कि यह मेरे लिए बड़े मंच पर खेलने का अनुभव हासिल करने का अच्छा मौका होगा। अगर मैं अच्छा करता हूं, तो मैं दुनिया भर की लीगों में खेल सकता हूं।
माइंड क्लीयर करना होगा
मिथुन ने खेल के इस प्रारूप पर बात करते हुए कहा कि क्लीयर माइंड के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। इस लीग के मैचों में उन्हें अपनी क्षमता को साबित करने के लिए सिर्फ 12 गेंद मिलेंगे। उन्होंने कहा मुझे अपनी ताकत का सही और सटीक उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि वह अपने हाल के अच्छे प्रदर्शन से टी-10 लीग के लिए प्रेरणा हासिल करेंगे।
अभिमन्यु ने कहा कि जब मैं मैचों में गेंदबाजी कर रहा होऊंगा तो मुझे अपना माइंड क्लीयर करना होगा, क्योंकि मेरे पास खुद को साबित करने के लिए सिर्फ 12 गेंदें हैं। मुझे इस बारे में भी स्पष्ट होना होगा कि किस स्थिति में मुझे क्या करना है। मुझे अपनी ताकत के अनुसार 12 गेंदों की योजना बनानी होगी और गेंदबाजी के दौरान हर गेंद के बाद मुझे पता चल जाएगा कि मुझे क्या करना है।