अबू धाबी टी-10 लीग के 5वें सीजन में 11वें दिन 2 मुकाबले देखने को मिले। जिसमें पहला मुकाबला डेक्कन ग्लैडिएटर्स और टीम अबू धाबी के बीच में खेला गया। इस मैच में टीम अबू धाबी के गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला जिसकी बदौलत उनकी टीम ने 8 रनों से करीबी जीत हासिल की। वहीं दूसरा मुकाबला नॉर्दन वॉरियर्स और द चेन्नई ब्रेव्स की टीम के बीच में था। इस मैच को चेन्नई ब्रेव्स ने 10 विकेट से अपने नाम किया।
लिविंगस्टन की कप्तानी पारी और कोट्रेल की शानदार गेंदबाजी से मिली जीत
11वें दिन के पहले मुकाबले में डेक्कन ग्लैडिएटर्स और टीम अबू धाबी की टीम आमने-सामने थी। इस मैच में डेक्कन ग्लैडिएटर्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। जिससे बाद टीम अबू धाबी ने 10 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 125 रन बना दिए। जिसमें टीम के कप्तान लिविंगस्टन ने 24 गेंदों में 59 रनों की शानदार पारी खेली तो वहीं इनग्राम ने भी 11 गेंदों में 25 रन बनाए। ग्लैडिएटर्स की तरफ से इस मैच में टिमाल मिल्स ने सबसे ज्यादा 2 विकेट हासिल किए।
126 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी डेक्कन ग्लैडिएटर्स टीम का पहला विकेट शून्य के स्कोर पर ही गिर गया। जिसके बाद अनवर अली ने 20 गेंदों में 42 रनों की शानदार पारी खेलते हुए टीम को मैच में बनाए रखने की कोशिश की। लेकिन लगातार अंतराल में विकेट गंवाने की वजह से डेक्कन ग्लैडिएटर्स की टीम 10 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 117 रन ही बना सकी। जिसके चलते उसे 8 रनों से करीबी हार का सामना करना पड़ा। टीम अबू धाबी की तरफ से इस मैच में शैल्डन कोट्रेल और मर्चेंट डी लॉन्ग ने 2-2 विकेट हासिल किए।
शहजाद और भानुका की जोड़ी ने दिलाई एकतरफा जीत
नॉर्दन वॉरियर्स और द चेन्नई ब्रेव्स के बीच में 11वें दिन का दूसरा मुकाबला खेला गया। जिसमें द चेन्नई ब्रेव्स की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। जिसके बाद नॉर्दन वॉरियर्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9.5 ओवरों में 108 रन बनाकर सिमट गई। वॉरियर्स की तरफ से उपुल थरंगा ने 32 जबकि कप्तान रोवमन पॉवेल ने 31 रनों की पारियां खेली। वहीं द चेन्नई ब्रेव्स की तरफ से गेंदबाजी में कर्टिस कैम्फर, शनाका और रवि बोपारा ने 2-2 विकेट हासिल किए।
109 रनों का पीछा करने उतरी द चेन्नई ब्रेव्स की ओपनिंग जोड़ी ने मैच को पूरी तरह से एकतरफा करने का काम किया। जिसमें मोहम्मद शहजाद और भानुका राजपक्षा ने मिलकर इस लक्ष्य को 8.3 ओवरों में हासिल करते हुए अपनी टीम को 10 विकेट से जीत दिलाकर वापस लौटे। शहजाद ने जहां 54 तो वहीं राजपक्षा ने 55 रनों की नाबाद पारी खेली।