अबू धाबी टी-10 लीग के 5वें सीजन के तीसरे दिन 3 मुकाबले खेले गए जिसमें काफी रोमांच देखने को मिला। जहां टीम अबू धाबी ने अपनी जीत की लय को बरकरार रखते हुए लगातार तीसरा मुकाबला अपने नाम किया। वहीं दिल्ली बुल्स की तरफ से भी कुछ इसी तरह का प्रदर्शन देखने को मिला और उन्होंने भी अपने तीसरे मुकाबले को जीतते हुए अंकतालिका में अपनी स्थिति को मजबूत करने में कामयाबी हासिल की। जबकि दिन का तीसरा मुकाबला बांग्ला टाइगर्स के नाम रहा जिन्होंने इस सीजन में अपनी पहली जीत दर्ज की।
टीम अबू धाबी ने दर्ज की आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर जीत
टीम अबू धाबी और डेक्कन ग्लैडिएटर्स के बीच तीसरे दिन पहला मुकाबला खेला गया। जिसमें टीम अबू धाबी ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इस फैसले को टीम के गेंदबाजों ने सही साबित करते हुए 10 ओवरों में डेक्कन ग्लैडिएटर्स को 97 रनों के स्कोर पर ही रोक दिया। जिसमें डेक्कन की तरफ से ओडेन स्मिथ ने 34 जबकि वानिन्दु हसरंगा ने 30 रनों की पारियां खेली। वहीं टीम अबू धाबी की तरफ से गेंदबाजी में नवीन उल हक और फिडेल एडवर्डस ने 2-2 विकेट हासिल किए।
98 रनों के स्कोर का पीछा करने उतरी टीम अबू धाबी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 9 रन के स्कोर पर दोनों ही सलामी बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। यहां से लियम लिविंगस्टन और कॉलिन इनग्राम ने पारी को संभालते हुए स्कोर 40 तक लेकर गए। लेकिन टीम ने अगले 10 रनों के भीतर अपने 3 अहम विकेट गंवा दिए जिससे 51 के स्कोर पर 6 विकेट गए।
यहां से ऐसा लग रहा था कि टीम अबू धाबी को इस सीजन की पहली हार का सामना करना पड़ेगा। लेकिन जेमी ओवरटन और डेनी ब्रिग्स की जोड़ी ने ऐसा मुमकिन नहीं होने दिया। डेनी ब्रिग्स ने पारी की आखिरी गेंद पर छक्का लगाते हुए टीम को 4 विकेट से रोमांचक जीत दिलाने का काम किया। ओवरटन ने जहां 33 तो वहीं ब्रिग्स ने 19 रनों की नाबाद पारी खेली। डेक्कन ग्लैडिएटर्स की तरफ से इस मैच में वानिन्दु हसरंगा ने 4 विकेट हासिल किए।
ड्वेन ब्रावो की कप्तानी पारी से दिल्ली बुल्स को मिली शानदार जीत
तीसरे दिन के दूसरे मुकाबले में दिल्ली बुल्स टीम का सामना चेन्नई ब्रेव्स टीम से था। जिसमें दिल्ली बुल्स की टीम ने टॉस जीतते हुए पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। चेन्नई ब्रेव्स की तरफ से पारी की शुरुआत करने उतरे भानुका राजपक्षा और मार्क डेयल ने टीम को शानदार शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 81 रनों की साझेदारी कर दी। मार्क डेयल ने 29 रनों की पारी खेली। वहीं भानुका अंत तक नाबाद रहते हुए 31 गेंदों में 64 रनों की पारी खेलने में कामयाब रहे। जिससे चेन्नई ब्रेव्स की टीम ने 10 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान पर 124 रन बना दिए।
125 रनों के स्कोर का पीछा करना दिल्ली बुल्स के लिए आसान काम नहीं था। जिसमें टीम ने 16 के स्कोर तक अपने 2 विकेट गंवा दिए थे। जिसके बाद रहमनुल्लाह गुरबाज और मोहम्मद हफीज ने जरूर पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन 51 के स्कोर तक यह दोनों ही बल्लेबाजी पवेलियन लौट चुके थे। यहां से मैदान में बल्लेबाजी करने उतरे टीम के कप्तान ड्वेन ब्रावो ने 17 गेंदों में 43 रनों की पारी खेलते हुए टीम को जीत की तरफ लेकर जाने का काम किया। जिसके बाद इयोन मोर्गन ने उनका बचा हुआ काम पूरा कर दिया। दिल्ली बुल्स ने इस लक्ष्य को 9.4 ओवरों में हासिल करते हुए मैच को 5 विकेट से अपने नाम किया।
बांग्ला टाइगर्स को मिली सीजन की पहली जीत
नार्दन वारियर्स वारियर्स और बांग्ला टाइगर्स के बीच तीसरे दिन का आखिरी मुकाबला खेला गया। जिसमें बांग्ला टाइगर्स की टीम ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। नार्दन वारियर्स की तरफ से पारी की शुरुआत करने उतरे केनार लुईस और गेरथ डेलेनी टीम को अच्छी शुरुआत देने में कामयाब नहीं हो सके। 13 के स्कोर तक यह दोनों ही खिलाड़ी पवेलियन लौट चुके थे। जिसके बाद मोईन अली और कप्तान रोवमन पावेल ने पारी को संभालते हुए स्कोर को 42 तक लेकर गए जहां अली 24 के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए।
लेकिन रोवमन पावेल ने रनों की गति को धीमे नहीं पड़ने दिया और उनकी 63 रनों की शानदारी पारी के चलते नार्दन वारियर्स की टीम 10 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 126 के स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही। बांग्ला टाइगर्स की तरफ से ल्यूक वुड, जेम्स फॉकनर, उडाना और करीम जनत ने 1-1 विकेट हासिल किया।
बांग्ला टाइगर्स टीम के लिए इस लक्ष्य का पीछा करना आसान काम नहीं था। जिसमें टीम के ओपनिंग बल्लेबाज जहां बेहतर शुरुआत देने में असफल रहे वहीं 58 के स्कोर तक बांग्ला टाइगर्स की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी।लेकिन इसके बाद विल जैक्स और बेन हॉवेल की जोड़ी ने अपनी टीम को मैच में वापस लेकर आने का काम किया। दोनों ने मिलकर इस लक्ष्य को 9.1 ओवरों में हासिल करते हुए टीम को सीजन की पहली जीत दिलाई। बैनी जैक्स ने जहां 22 गेंदों में नाबाद 57 रन बनाए तो वहीं बेनी हॉवेल ने 11 गेंदों में 35 रनों की पारी खेली।