अबू धाबी टी-10 लीग के पांचवें दिन चेन्नई ब्रेव्स और नॉर्दर्न वॉरियर्स जीत का खाता खोलने के इरादे से उतरेंगे। दोनों टीमें अब तक खेले गये अपने सभी मैच हार चुकी है और उनके लिए टूर्नामेंट में आगे बढ़ने की उम्मीदें अब खत्म होती जा रही हैं। एक और हार के बाद दोनों टीमों के लिए सफर मुश्किल हो जायेगा। आज पहले मुकाबले में नॉर्दर्न वॉरियर्स का सामना डेक्कन ग्लेडिएटर्स से होगा, जबकि दूसरे मैच में चेन्नई ब्रेव्स और बांग्ला टाइगर्स के बीच मुकाबला होगा।
वॉरियर्स के बल्लेबाजों ने किया निराश
नॉर्दर्न वॉरियर्स के बल्लेबाजों ने निराश किया है। पिछले दोनों मैच में बल्लेबाज एक अच्छा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहे हैं। इसके कारण विपक्षी टीमों को आसान जीत मिली है। नॉर्दर्न वॉरियर्स के लिए बल्लेबाजी साइड कमजोर दिखता है। रोवमैन पॉवेल को छोड़कर अन्य बल्लेबाजों ने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है। टीम के बल्लेबाजों को अपने गेंदबाजों के लिए अच्छा लक्ष्य देने की जरूरत है। यदि बल्लेबाज ऐसा करने में विफल होते हैं तो टीम को और संघर्ष करना पड़ेगा।
वहीं दूसरी ओर डेक्कन ग्लैडिएटर्स दिल्ली बुल्स पर बड़ी जीत के साथ वापसी कर रही है। उसने अब तक तीन मैच खेले हैं, जिसमें उसे दो में जीत और एक में हार का सामना करना पड़ा है। खिलाड़ियों के एक साथ आने से टीम काफी मजबूत दिख रही है। टॉम मूरेस, आंद्रे रसेल, टॉम बैंटन, टॉम कोहलर-कैडमोर सभी ने बल्ले से महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
चेन्नई ब्रेव्स के गेंदबाज रहे हैं नाकाम
दूसरे मैच में बांग्ला टाइगर्स का सामना चेन्नई ब्रेव्स से होगा। टाइगर्स ने नॉर्दर्न वॉरियर्स को हराकर टूर्नामेंट में पहली जीत हासिल की है। हालांकि बल्लेबाजी एक इकाई के रूप में नहीं चली है, जो टीम के लिए चिंता का विषय है। टीम जॉनसन चार्ल्स, हजरतुल्लाह जजई, आंद्रे फ्लेचर जैसे खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करेगी। ये सभी खिलाड़ी अपने विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं और दिन होने पर विपक्षी टीम की धज्जिया उड़ा सकते हैं।
चेन्नई ब्रेव्स के बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन गेंदबाज अपना काम करने में नाकाम रहे हैं। गेंदबाजी के अलावा शीर्ष क्रम के बल्लेबाज रवि बोपारा, एंजेलो परेरा, भानुका राजपक्षे और डसुन शनाका अपने नाम के मुताबिक नहीं खेले हैं। वे 150-160 के आसपास स्ट्राइक से रन बना रहे हैं, जो एक टी-20 खेल में अच्छा है, लेकिन 10 ओवर के मैच में बेहतर स्ट्राइक रेट की उम्मीद की जाती है। इस कारण से टीम 10 से 20 रन कम रन बना सकी है, जिससे फर्क पड़ा है।