भारत और पाकिस्तान की टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ लंबे समय से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेला है। दोनों टीमें सिर्फ अंतरराष्ट्रीय इवेंट और एशिया कप में ही आमने-सामने होती हैं। इस बीच अब भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के एक साथ खेलने को लेकर बड़ा अपडेट सामने आ रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों देश के खिलाड़ी अगले साल एफ्रो एशिया कप में एक टीम की ओर से खेलेत हुए दिखाई दे सकते हैं।
एफ्रो एशिया कप को लेकर चल रही चर्चा
बहुत से प्रशंसकों को एफ्रो एशिया कप के बारे में जानकारी नहीं होगी या उन्हें यह टूर्नामेंट याद नहीं होगा। यह टूर्नामेंट 2005 से 2007 तक खेला गया था। इसमें भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाड़ियों की एक एशियाई टीम थी, जबकि दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और केन्या के खिलाड़ियों को मिलाकर एफ्रो टीम थी। उस समय ये वनडे प्रारूप में खेला गया था, लेकिन अब रिपोर्ट्स के मुताबिक यह टी-20 प्रारूप में खेला जाएगा।
बीसीसीआई सचिव और एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष जय शाह, अफ्रीकी क्रिकेट संघ के नए अध्यक्ष सुमोद दामोदर और डेवलपमेंट कमेटी के एसीसी अध्यक्ष महिंदा वल्लीपुरम के बीच इसको लेकर चर्चा चल रही है। अगले महीने वाली वर्ल्ड क्रिकेट काउंसिल की बैठक में इस पर आगे की चर्चा की जाएगी। इससे एशियन क्रिकेट काउंसिल के साथ-साथ अफ्रीकन क्रिकेट काउंसिल को फायदा होगा।
जय शाह ने यह भी दावा किया है कि बीसीसीआई इंडियन टी-20 लीग की विंडो को 2024 से बढ़ाने पर विचार कर रहा है। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि इससे द्विपक्षीय खेलों पर असर पड़ेगा। वहीं शाह ने कहा है कि बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत-पाक के बीच लंबे समय से नहीं हुई सीरीज
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछली बार 2007 में एक टेस्ट सीरीज खेली गई थी। इसके बाद दोनों टीमों के बीच 2012-13 के बाद से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई है। इस दौरान दोनों टीमों के बीच दो मैचों की टी-20I और तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली गई थी, जिसमें टी-20 सीरीज ड्रॉ रही थी, जबकि वनडे सीरीज पाकिस्तान ने 2-1 से जीता था। लगातार दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव ही एक प्रमुख कारण है कि भारत और पाकिस्तान इसके बाद से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल सके हैं।