भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी ने हाल ही में अपना 42वां जन्मदिन मनाया है। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने कई अहम खिताब जीते हैं। जिनमें 2007 में खेला गया टी-20 वर्ल्ड कप से लेकर भारत की मेजबानी में 2011 में खेला गया वनडे वर्ल्ड कप और 2013 में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी शामिल है। इसके साथ धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम कई सालों तक टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर बनी रही थी। हालांकि धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया और 2019 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। मगर धोनी अभी आईपीएल में खेलते नजर आएंगे। इस बीच धोनी के साथी रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर ने एक मजेदार किस्सा शेयर किया है।
रांची में आराम से रहने के लिए धोनी बस 30 लाख रुपये कमाना चाहते थे - वसीम जाफर
लंबे समय तक घरेलू क्रिकेट खेलने वाले पूर्व भारतीय खिलाड़ी वसीम जाफर ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत करते हुए बताया कि 2005 में जब मैंने भारतीय टीम में वापसी की थी। तब धोनी नए-नए टीम में आए थे। मैं तब टेस्ट क्रिकेट खेलता था। हम पीछे बैठते थे. मैं, मेरी वाइफ, दिनेश कार्तिक, उनकी वाइफ, धोनी और आरपी सिंह, हम सभी पिछली कुछ सीटों पर बैठते थे। धोनी मेरी वाइफ से काफी बातें करते थे क्योंकि हम साथ बैठते थे और हम सब खूब बातें करते थे।'
गौरतलब है कि धोनी रेलवे में नौकरी करते थे और काम और प्रैक्टिस के बीच तालमेल बिठाते थे। लेकिन एक समय ऐसा आया जब उन्होंने पूरी तरह से अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। एक बार जब उन्हें भारतीय राष्ट्रीय टीम में मौका मिला तो उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया।
इस पर बात करते हुए वसीम जाफर ने आगे कहा कि ' हम सभी जानते हैं कि वह रेलवे में काम करता था, और उसे अपने खेल का अभ्यास करने के लिए बहुत लंबी यात्रा करनी पड़ती थी। बहुत संघर्ष के बावजूद कई बार ऐसा भी हुआ जब उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। मुझे लगता है कि उसने वह नौकरी छोड़ दी, या कुछ और बात थी, और वह कहते थे कि उनको 30 लाख कमाना है ताकि वह अपना बाकी का जीवन रांची में शांति से बिता सके।' बात दें कि धोनी को शुरुआत से ही अपने गृहनगर रांची से बेहद प्यार था। आज जहां ज्यादातर भारतीय खिलाड़ियों का ठिकाना मुंबई हो गया है। धोनी अभी भी रांची में अपने परिवार के साथ रहते हैं।