श्रीलंका के दिग्गज खिलाड़ी कुमार संगाकारा के बाद अब इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन भी चाहते हैं की वह जॉस बटलर को बतौर लिमिटेड ओवर्स कप्तान देखें। 28 जून 2022 को ही मॉर्गन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर दी। मॉर्गन के संन्यास के बाद सबकी नजर इंग्लैंड के अगले लिमिटेड ओवर के कप्तान पर टिकी हैं की किसे इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
कैसा रहा मॉर्गन का करियर
मॉर्गन इंग्लैंड के लिमिटेड ओवर के सबसे बेहतरीन और सफल कप्तानों में से एक हैं। उन्हें टीम की कप्तानी 2015 में दी गई थी जिसके बाद से वह इंग्लैंड टीम को इन नई ऊंचाइयों पर ले गए है जिसकी तुलना नहीं की जा सकती। जॉस बटलर, जेसन रॉय, बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ियों को प्रतिभाशाली और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले मॉर्गन ही थे। 126 वनडे मैच में कप्तानी करते हुए उन्होंने 76 मैच जीते हैं जिसमें 40 में हार हुई है, साथ ही 2 मैच टाई हुए और 8 मैच बिना किसी बिना नतीजे के समाप्त हुए।
मॉर्गन ने टी-20 में 72 मैचों में कप्तानी की है जिसमें से 42 में जीत और 27 में हार हुई है। वहीं, महान भारतीय खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी से तुलना की जाए तो उन्होंने 72 मैचों में टीम को सिर्फ 41 बार ही जीत दिलाई है और 28 मैच हार का सामना करना पड़ा है। मॉर्गन ने वर्ल्ड कप भी जीता है लेकिन अफसोस की बात है की इस महान खिलाड़ी को फॉर्म और फिटनेस से जूझना पड़ रहा है जिसके वजह से उन्होंने संन्यास लिया।
बटलर के पास है काबिलियत
जॉस बटलर, मॉर्गन के नेतृत्व में उप-कप्तान के पद पर थे। मॉर्गन के संन्यास के बाद बटलर को कप्तान बनाए जानें की बात चल रही है। नीदरलैंड के खिलाफ हुई वनडे सीरीज में बटलर ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया जिसमें एक मुकाबले में उन्होंने 70 गेंदों में नाबाद 162 नाबाद रन बनाए थे। मैच में इंग्लैंड ने 498 का विश्व रिकॉर्ड स्कोर बनाया। उसी मैच में मोर्गन बिना खाता खोले आउट हो गए थे
डेली टेलीग्राफ से बातचीत में वॉन ने कहा कि, "मेरे लिए जॉस बटलर कप्तान होने चाहिए। उनके पास काबिलियत है और खेल की समझ है जिससे वह स्थिति को अच्छी तरह से परख लेते हैं और मॉर्गन के नेतृत्व में रहकर वह एक जिम्मेदार खिलाड़ी बन गए है।
हालांकि अब देखना होगा की इंग्लैंड की टीम और उनके चयनकर्ता जॉस बटलर, बेन स्टोक्स और मोईन अली में से किसे इतनी बड़ी जिम्मेदारी देंगे।