इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) ने कई खिलाड़ियों को एक नया मुकाम दिया है। आईपीएल से कई क्रिकेटरों को राष्ट्रीय टीमों में जगह बनाने में मदद की है और युवा क्रिकेटर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए आईपीएल में खेलने का लक्ष्य बनाते हैं। आईपीएल के जरिए कई टीमों को ऐसे खिलाड़ी मिले जो टीम के लिए काफी फायदेमंद रहा। इसके अलावा कई क्रिकेटर जो अपने राष्ट्रीय टीम छोड़ने के बाद आईपीएल में एक अलग पहचान बनाई है। राष्ट्रीय टीम को छोड़ने के बाद भी उनके प्रदर्शन में कोई कमी नहीं आई। उन क्रिकेटरों ने अपनी अनुभव से टीम को कई बार जीत दिलाया और ट्रॉफी भी जीताई है।
1. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni)
भारतीय टीम को अलविदा कहने के बाद धोनी अब भी आईपीएल में खेलते नजर आते हैं। धोनी ने 2008 से 2015 तक सीएसके की कप्तानी की, 2016 में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की कप्तानी की और फिर 2018 से लगातार अभी तक फिर से सीएसके का नेतृत्व कर रहे हैं। रांची में जन्मे इस दिग्गज ने 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 2021 और 2023 में आईपीएल जीता। पूर्व भारतीय कप्तान की बल्लेबाजी उनकी संन्यास के बाद से पिछले तीन आईपीएल सीज़न में शीर्ष पर नहीं रही है। लेकिन दो आईपीएल खिताबों ने साबित कर दिया है कि इतने सालों के बावजूद वह आईपीएल में सर्वश्रेष्ठ कप्तान बने हुए हैं।
2. फाफ डु प्लेसिस (Faf Du Plessis)
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने आखिरी बार अपने देश के लिए 2020 में टी20ई मैच खेला था। उन्होंने 2012 में इंडियन प्रीमियर लीग में पदार्पण किया और आईपीएल 2021 तक चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले। इसके बाद वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) में चले गए और उस टीम की कप्तानी भी कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से फाफ डु प्लेसिस दुनिया भर की टी20 लीग खेलने में व्यस्त रहते हैं। उन्होंने आईपीएल के पिछले तीन सीज़न में 633, 468 और 730 रन बनाए हैं, जिसमें उनके नाम 17 अर्द्धशतक हैं और उनका उच्चतम स्कोर 96 है, जो आईपीएल 2022 में आया था।
3. शेन वॉटसन (Shane Watson)
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उनका ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए एक लंबा करियर था, जिसमें उन्होंने 2007 और 2015 में दो बार विश्व कप जीता। उन्होंने संन्यास के बाद भी आईपीएल और अन्य टी20 लीग में खेलना जारी रखा। उन्होंने अपने अंतिम वर्षों में आरसीबी और सीएसके के लिए खेला। 2018 में सीएसके के लिए उन्होंने शतक जड़कर टीम को खिताब दिलाया। आईपीएल 2019 में इस उपलब्धि को लगभग दोहराया क्योंकि सीएसके फाइनल में मुंबई से एक रन से हार गई। उसके बाद शेन वॉटसन ने आईपीएल से भी संन्यास ले लिया।
4. एडम गिलक्रिस्ट (Adam Gilchrist)
एडम गिलक्रिस्ट को आईपीएल 2008 की नीलामी में चुकी डेक्कन चार्जर्स फ्रेंचाइजी द्वारा चुना गया था। वीवीएस लक्ष्मण से कप्तानी संभालने के बाद उन्होंने आईपीएल 2009 में फ्रेंचाइजी को ट्रॉफी दिलाया। गिलक्रिस्ट ने 2008 में आईपीएल शुरू होने से पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 1996-2008 तक ऑस्ट्रेलिया के लिए 96 टेस्ट, 287 वनडे और 17 टी20 मैच खेले। गिलक्रिस्ट को डेक्कन चार्जर्स के साथ काफी सफलता मिली और बाद में 2013 में अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कहने से पहले वह पंजाब किंग्स (किंग्स इलेवन पंजाब) में शामिल हो गए। उन्होंने 80 मैचों में 27.22 की औसत और 138.39 की स्ट्राइक रेट से 2069 रन बनाए। उनका उच्चतम स्कोर 109* था और उन्होंने अपने करियर में 2 शतक और 11 अर्द्धशतक लगाए।
5. शेन वार्न (Shane Warne)
ऑस्ट्रेलिया के दिवंगत महान खिलाड़ी शेन वार्न एक और दिग्गज खिलाड़ी थे, जो 2007 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इंडियन प्रीमियर लीग में शामिल हुए थे। वार्न ने 145 टेस्ट खेले, जिसमें रिकॉर्ड 708 विकेट लिए और 194 एकदिवसीय मैचों में उन्होंने 293 विकेट लिए। वह खेल के दिग्गज थे जिनका वर्ष 2022 में 52 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने कप्तान और कोच की दोहरी भूमिका में अपने साथ जोड़ा और उन्होंने उद्घाटन संस्करण में ही उन्हें आईपीएल का खिताब जिताया। वॉर्न की कप्तानी कुशलता इस बात का सबूत थी कि उन्हें कप्तान न बनाकर ऑस्ट्रेलिया ने क्या हासिल किया। वार्न ने 2008-2011 तक 55 मैच खेले और आईपीएल में 4/21 की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के साथ 57 विकेट लिए।