भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बीते मंगलवार को खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में बहुत सी चीजें ऐसी देखने को मिली जिससे क्रिकेट दिग्गज बेहद ही नाराज है। दरअसल, बल्लेबाजों के तरफ से बेहतरीन बल्लेबाजी देखने को मिली लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने विकेट के लिए काफी संघर्ष किया। भारत के द्वारा दिए गए 208 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया टीम ने गेंदबाजों की धुनाई की और पूरे समय अपना दबदबा बनाकर रखा।
भारतीय टीम के अनुभवी और सीनियर गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने 4 ओवर में 52 रन दिए और सबसे महंगे साबित हुए, वहीं, हर्षल पटेल ने अपने 4 ओवर में 49 रन दिए। युजवेंद्र चहल ने 3.2 ओवर में ही 42 रन दिए। वहीं उमेश यादव ने 2 विकेट लिए लेकिन उन्होनें 2 ओवर में 27 रन दिए। लेकिन अक्षर पटेल की तरफ से शानदार गेंदबाजी देखने को मिली। उन्होंने 3 विकेट लेकर 17 रन दिए।
टीम से इस मोड़ पर हुई बड़ी चूक
इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह थी कि पहले टी-20 के दौरान टीम इंडिया से एलबीडब्ल्यू पर DRS लेने में चूक हो गई। दरअसल, दूसरी पारी के पांचवें ओवर में चहल की एक गेंद कैमरून ग्रीन के पैड पर जाकर लगी लेकिन इसे लेकर गेंदबाज और टीम की तरफ से कोई अपील नहीं की गई। छठे ओवर में रीप्ले के दौरान यह देखने को मिला कि ग्रीन LBW आउट थे। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। इसे बड़ी चूक इसलिए कहेंगे क्योंकि ग्रीन ने 30 गेंदों में 61 रन की पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम भूमिका निभाई।
इस रीप्ले के बाद कमेंट्री कर रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने नराजगी जताई। सुनील गावस्कर ने कहा, "देखिए पिछले ओवर में क्या हुआ। भारत ने रिव्यू क्यों नहीं लिया। गेंद सीधा स्टंप्स से टकरा रही थी।"
इसपर रवि शास्त्री ने जवाब दिया, "मैं हैरान हूँ, क्योंकि भारतीय खिलाड़ियों को पता था कि ग्रीन क्रॉस खेलने गए। मैं सोच रहा हूं कि भारतीय खिलाड़ियों ने अपील क्यों नहीं की। क्या ऊंचाई की वजह से या उन्हें लगा गेंद विकेट को हिट नहीं कर रही होगी?
इसके बाद शास्त्री ने धोनी को याद करते हुए कहा, "विकेटकीपर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसलिए धोनी इस चीज में इतने बेहतरीन थे।"
गौरतलब है कि धोनी DRS लेने में बेहद ही माहिर थी और उनके ज्यादातर रिव्यू सही होते थे। भारत का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब दूसरा टी-20 मुकाबला शुक्रवार को नागपुर में खेला जाना है।