दक्षिण अफ्रीका ने भारत को तीसरे व अंतिम टेस्ट मैच में सात विकेट से बुरी तरह हरा दिया। इस जीत के साथ ही अफ्रीकी टीम ने भारतीय टीम के सीरीज जीतने के सपने को चकनाचूर कर दिया और सीरीज 2-1 से अपने नाम कर लिया।
अफ्रीका की टीम ने भारत से मिले 212 रन के टारगेट का पीछा करते हुए तीन विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। साउथ अफ्रीका की ओर से कीगन पीटरसन ने शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने 113 गेंदों में 82 रन बनाये। इसके अलावा रासी वैन डर डुसेन ने नाबाद 41 और टेम्बा बावुमा ने नाबाद 32 रन की पारी खेलते हुए अपनी टीम को यादगर जीत दिलाई।
भारत ने सीरीज जीतने का गंवाया मौका
मैच में भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते पहली पारी में 223 रन बनाये। इसके बाद अफ्रीका की पहली पारी 210 रन पर सिमट गई। भारत ने 13 रन की बढ़त लेते हुए दूसरी पारी में 198 रन बनाए। इस प्रकार दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 212 रनों का टारगेट मिला।
इससे पहले टेस्ट सीरीज में भारत ने सेंचुरियन में पहला टेस्ट 113 रन जीतकर इतिहास बनाया, लेकिन जोहान्सबर्ग टेस्ट में अफ्रीकी टीम ने वापसी करते हुए सीरीज 1-1 से बराबर कर दिया। भारत ने एक बार फिर दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने का मौका गंवा दिया। भारत अभी तक अफ्रीका की धरती पर कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीत सका है।
हार के बाद विराट कोहली ने क्या कहा
वहीं मैच के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि सभी के लिए यह टेस्ट सीरीज शानदार रहा। हमने पहले मैच में अच्छा खेला और जीते, लेकिन दूसरे टेस्ट में अफ्रीकी टीम ने वापसी की और वह मोमेंट तीसरे टेस्ट में भी बनाए रखा। उन्होंने कहा कि भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन निश्चित रूप से बल्लेबाजी ने विदेशी दौरे पर निराश किया।
उन्होंने आगे कहा कि वास्तविकता यह है कि हम यहां दक्षिण अफ्रीका में नहीं जीते हैं और हमें इससे निपटना होगा। बतौर ओपनर केएल राहुल व मयंक अग्रवाल की बल्लेबाजी और फिर इस मैच में ऋषभ की पारी, ये कुछ सकारात्मक बातें हैं जिन्हें हम घर ले जा सकते हैं। जाहिर है, सेंचुरियन में हमारी जीत खास थी। कोहली ने आगे कहा कि अब बल्लेबाजी इकाई के बारे में गंभीर रूप से आत्मनिरीक्षण का समय है।