इंडियन टी-20 लीग फ्रेंचाइजी पंजाब के साथ मुख्य कोच अनिल कुंबले का कार्यकाल अब समाप्त हो गया है, क्योंकि फ्रेंचाइजी ने उनके साथ अनुबंध को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। टीम मैनेजमेंट में शामिल फ्रेंचाइजी के मालिक समेत सीईओ ने कुंबले को कर्तव्यों से मुक्त करने का निर्णय लिया है।
अनिल कुंबले की जगह कौन लेगा, अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन फ्रेंचाइजी संभावित उम्मीदवारों की तलाश में जुट गई है। जल्द ही मुख्य कोच का ऐलान होने की उम्मीद है। देखा जाए तो कुंबले के 2020 में कार्यकाल संभालने के बाद से पंजाब की टीम पिछले तीन सीजन में अंकतालिका में नीचे ही रही।
इस साल खेले गए टूर्नामेंट में अंकतालिका में छठे स्थान पर रहा पंजाब
2022 में दो नई टीमों के आने से पहले पंजाब 2020 और 2021 सीजन में पांचवें स्थान पर रहा। इस साल खेले गए 15वें संस्करण में 10 टीमों के टूर्नामेंट में पंजाब की टीम छठे स्थान पर रही। पंजाब की टीम पिछले 15 सालों में एक बार भी खिताब नहीं जीत सकी है। 2020 में कुंबले की नियुक्ति के समय वह पिछले पांच साल में पंजाब के पांचवें कोच बने।
उनसे पहले संजय बांगर (2014-16), वीरेंद्र सहवाग (2017), ब्रैड हॉज (2018) और माइक हेसन (2019) मुख्य कोच की भूमिका निभा चुके थे। कुंबले 2020 में इंडियन टी-20 लीग में एकमात्र भारतीय मुख्य कोच थे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अनिल कुंबले ने तीन इंडियन टी-20 लीग टीमों के साथ काम किया।
कुंबले पहले मेंटर के रूप में बैंगलोर से जुड़े। इसके बाद मुंबई टीम के मेंटर बने। पंजाब उनकी तीसरी टीम थी। कुंबले के लिए पंजाब के प्रभारी होने के नाते चीजें आसान नहीं रही है। कुछ रोमांचक मुकाबले जीतने के बाद भी पंजाब अन्य टीमों से आगे नहीं निकल सकी। कुंबले के सामने कप्तानी और कोचिंग की भूमिका दोनों ने कई चुनौतियां पेश की और उन्होंने इससे निपटने का भरसक प्रयास किया।