इंटरनेशनल टी-20 टूर्नामेंट में भारत-पाकिस्तान मुकाबले से पहले पाकिस्तान टीम के कप्तान बाबर ने कहा कि यूएई आने से पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने खिलाड़ियों से बात की। पीएम ने 1992 इंटरनेशनल वनडे कप के अनुभव को खिलाड़ियों के साथ साझा किया और उनका हौसला बढ़ाया। 1992 में पाकिस्तान ने इमरान खान के नेतृत्व में फाइनल में इंग्लैंड को हराकर पहला खिताब जीता था।
1992 में इमरान खान ने नहीं छोड़ी उम्मीद
1992 के मेगा इवेंट में पाकिस्तान एक समय तीन मैच हारने के बाद बाहर होने वाली थी, लेकिन तत्कालीन कप्तान इमरान खान ने उम्मीद नहीं छोड़ी और पाकिस्तान के लिए एक इतिहास लिखा। वहीं इमरान खान अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने यूएई आने से पहले पाकिस्तान टीम के साथ अपने अनुभव को साझा किया।
बाबर आजम ने मैच से पहले कहा कि यहां आने से पहले हमने पाक पीएम के साथ एक बैठक की थी, जिसमें उन्होंने अपने अनुभव हमसे साझा किये। उन्होंने बताया कि 1992 के मेगा टूर्नामेंट में उनकी मानसिकता क्या थी और पाकिस्तान टीम की शारीरिक भाषा क्या थी?
यूएई की परिस्थितियों में खेलने का अनुभव
बाबर आजम ने पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा के संदेश पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि चेयरमैन ने हमसे कहा कि आप खुद को जितना शांत रखेंगे और चीजों को जितना सरल रखेंगे उतना ही बेहतर होगा। उन्होंने कहा बाहर की चीजों को बाहर रहने दो और उन्हें अंदर नहीं आने देना चाहिए। अपने आप पर विश्वास रखें और उस दिन अपना सौ प्रतिशत दें।
पाकिस्तान ने इंटरनेशनल टी-20 कप में भारत को कभी नहीं हराया है, इसलिए रविवार को होने वाले मुकाबले में पाकिस्तान टीम पर दबाव होगा। हालांकि पाकिस्तान कप्तान बाबर आजम टीम के अच्छे प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त है। उन्होंने कहा कि यूएई में टीम का रिकॉर्ड अच्छा है और टीम को वहां खेलने का काफी अनुभव है। बाबर आजम ने कहा हम यूएई की परिस्थितियों को अच्छी तरह से जानते हैं। हम जानते हैं कि विकेट कैसा व्यवहार करेगा और बल्लेबाजों को तालमेल बिठाना होगा।