इंडियन टी-20 लीग 2022 की शुरुआत 26 मार्च से होने वाली है। यह टी-20 टूर्नामेंट दुनियाभर में लोकप्रिय है और इस फटाफट टूर्नामेंट में बल्लेबाज ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए दिखाई देते हैं, लेकिन कभी-कभी गेंदबाज हावी हो जाते हैं। आइए आज बात करते हैं कुछ ऐसे ही बल्लेबाजों की, जिन्होंने इस लीग के इतिहास में सबसे धीमी गति से बल्लेबाजी की है।
1. यशपाल सिंह
घरेलू क्रिकेट में नाम कमाने के बाद यशपाल सिंह ने इंडियन टी-20 लीग 2009 में कोलकाता की ओर से खेला। उन्होंने टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे धीमी पारी खेली। यशपाल ने 20 गेंदों में नाबाद सिर्फ 6 रन बनाए। यह इंडियन टी-20 लीग के इतिहास की सबसे धीमी पारी है। हालांकि, उस मैच में कोलकाता ने 102 रनों के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए लक्ष्मी रतन शुक्ला के 48 रनों की मदद से मैच में जीत हासिल की।
2. एमएस धोनी
इंडियन टी-20 लीग इतिहास में धीमी पारी खेलनी की सूची में महेंद्र सिंह धोनी का भी नाम शामिल है। 2016 में ईडन गार्डन्स में कोलकाता के खिलाफ मैच में धोनी ने 22 गेंदों में सिर्फ 8 रन बनाए थे। कोलकाता के स्पिनरों ने धोनी को रनों के लिए तरसा दिया था। उस मैच में उनका स्ट्राइक रेट 36.36 का था।
3. मनविंदर बिस्ला
कोलकाता के लिए 2012 संस्करण के फाइनल में हीरो की भूमिका निभाने वाले मनविंदर बिस्ला ने इंडियन टी-20 लीग इतिहास की तीसरी सबसे धीमी पारी खेली। साल 2011 में राजस्थान के खिलाफ एक मैच में कोलकाता 81 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। पारी की दूसरी गेंद पर जैक्स कैलिस के आउट होने के बाद बिस्ला बल्लेबाजी के लिए उतरे और 22 गेंदों में सिर्फ 9 रन बना सके। उस पारी में उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 40.99 का था।
4. क्रिस गेल
टी-20 फार्मेट के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल का नाम धीमी पारी खेलने की सूची में होना वाकई आश्चर्यजनक है। गेल के नाम यह खराब रिकॉर्ड मुंबई के खिलाफ आया। इंडियन टी-20 लीग 2015 संस्करण में मुंबई के खिलाफ 42 मिनट क्रीज पर बिताने के बावजूद वह 24 गेंदों में सिर्फ 10 रन बना सके। पारी में गेल का स्ट्राइक रेट सिर्फ 41.66 का था।
5. रॉबिन उथप्पा
रॉबिन उथप्पा ने इंडियन टी-20 लीग में कुछ यादगार पारियां खेली हैं। उनके लिए सबसे अच्छा साल वह रहा, जब उन्होंने कोलकाता के लिए खेला और बल्लेबाजी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लेकिन 2019 में उथप्पा ने राजस्थान की ओर से खेलते हुए टूर्नामेंट इतिहास की 5वीं सबसे धीमी पारी खेली। उन्होंने 20 गेंदों पर सिर्फ 9 रन बनाए, जबकि उनकी टीम 214 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 45 का था, जो टी-20 फार्मेट के अनुरूप बिल्कुल नहीं था।