बीसीसीआई ने भारतीय खेल पत्रकार बोरिया मजूमदार पर दो साल का बैन लगा दिया है। खेल पत्रकार मजूमदार पर भारतीय क्रिकेटर रिद्धिमान साहा को धमकी देने का आरोप लगा था। इस मामले में बोर्ड की तीन सदस्यीय समिति द्वारा दोषी पाए जाने के बाद बासीसीआई द्वारा उन पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इससे पहले बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया था, हम भारतीय क्रिकेट बोर्ड की सभी राज्य इकाइयों को उन्हें स्टेडियम के अंदर नहीं जाने देने के लिए सूचित करेंगे। उन्हें घरेलू मैचों के लिए मीडिया मान्यता नहीं दी जाएगी और हम उन्हें ब्लैकलिस्ट करने के लिए अंतराष्ट्रीय परिषद को भी लिखेंगे। खिलाड़ियों को उनके साथ नहीं जुड़ने के लिए कहा जाएगा।
ये हैं पूरा मामला
दरअसल, श्रीलंका के खिलाफ टी-20 और टेस्ट सीरीज के लिए रिद्धिमान साहा को टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया था। इसके बाद पत्रकार ने साहा को इंटरव्यू के लिए मैसेज किया, जिस पर साहा ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद पत्रकार ने रिद्धिमान साहा को अंजाम भुगतने की धमकी दी। इसके बाद साहा ने ट्विटर पर पत्रकार के साथ व्हाट्सएप पर बातचीत का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की।
साहा ने किया था ट्वीट
उस समय रिद्धिमान साहा ने ट्वीट करते हुए लिखा, “भारतीय क्रिकेट में मेरे सभी योगदानों के बाद मुझे एक तथाकथित ‘सम्मानित’ पत्रकार का इस तरह सामना करना पड़ रहा है। पत्रकारिता कहां चला गया है।' उन्होंने स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें पत्रकार ने कहा था, आपने फोन नहीं किया। मैं फिर कभी आपका इंटरव्यू नहीं करूंगा। मैं अपमान नहीं सहता और मैं इसे याद रखूंगा। आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था।
After all of my contributions to Indian cricket..this is what I face from a so called “Respected” journalist! This is where the journalism has gone. pic.twitter.com/woVyq1sOZX
— Wriddhiman Saha (@Wriddhipops) February 19, 2022
जांच में हुआ खुलासा
इसके बाद क्रिकेट जगत की हस्तियों ने साहा को सपोर्ट किया और बीसीसीआई से इस मामले में कार्रवाई करने को कहा। बीसीसीआई ने मामले में तीन सदस्यीय (बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल और शीर्ष परिषद सदस्य प्रभातेज सिंह भाटिया सहित) कमेटी बनाई, जिसने पूरे मामले की जांच की। इसमें खुलासा हुआ कि बोरिया मजूमदार ने ही साहा को धमकी थी।