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IPL Trophy. (Photo Source: IPL/BCCI)
इंडियन टी-20 लीग का 2022 संस्करण 26 मार्च से शुरू होने वाला है और इसके शुरू होने से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने टूर्नामेंट के लिए बायो बबल के कड़े नियम बनाए हैं। बीसीसीआई ने यह भी कहा है कि अगर खिलाड़ी के परिवार का कोई सदस्य या मैच अधिकारी प्रोटोकॉल का उल्लंघन करता है, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
बोर्ड ने कहा है कि कोविड -19 लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर रहा है और सभी को टूर्नामेंट के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना होगा। क्रिकबज के अनुसार, बीसीसीआई ने कहा कि कोविड-19 महामारी व्यक्तियों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है और इन नियमों के अधीन प्रत्येक व्यक्ति द्वारा सहयोग, प्रतिबद्धता व पालन कर सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के उपाय सर्वोपरि है।
बीसीसीआई ने आगे स्पष्ट रूप से बताया कि अगर नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो क्या होगा?
खिलाड़ी, अधिकारी व मैच अधिकारी के लिए नियम क्या है-
- पहली बार बायो-बबल नियम को तोड़ने पर खिलाड़ी, अधिकारी या मैच अधिकारी को सात दिन के लिए क्वारंटीन होना होगा।
- दूसरी बार नियम तोड़ने पर उन्हें एक मैच के लिए निलंबित कर दिया जाएगा और उन्हें उस मैच के लिए कोई वेतन नहीं मिलेगा।
- इसके अलावा तीसरी बार नियम तोड़ने पर खिलाड़ी, अधिकारी या मैच अधिकारी को स्क्वाड से बाहर कर दिया जाएगा और फ्रेंचाइजी रिप्लेसमेंट की मांग नहीं कर सकती है।
परिवार के लोगों के लिए बायो बबल नियम क्या है-
- पहली बार बायो बबल नियम तोड़ने पर सात दिन क्वारंटीन होना होगा। परिवार से संबंधित खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ या मैच अधिकारी को भी सात दिन के लिए क्वारंटीन होना होगा। इस दौरान मैच में शामिल नहीं होने पर उन्हें पैसे नहीं मिलेंगे।
- दूसरी बार बायो बबल नियम तोड़ने पर परिवार के उस सदस्य को पूरे सीजन के लिए बायो बबल से बाहर कर दिया जाएगा। जबकि संबंधित खिलाड़ी को सात दिन क्वारंटीन रहना होगा। इस दौरान मैच में शामिल नहीं होने पर उन्हें पैसे नहीं मिलेंगे।
बीसीसीआई ने यह भी कहा कि अगर कोई फ्रेंचाइजी मैच से पहले कम से कम 12 खिलाड़ियों को इकट्ठा करने में सक्षम नहीं है, तो लीग की तकनीकी समिति के विवेक के आधार पर फ्रेंचाइजी के लिए मैच को पुनर्निर्धारित किया जाएगा।