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DRS. (Photo Source: Twitter)
इंडियन टी-20 लीग का 15वां संस्करण 26 मार्च से चेन्नई और कोलकाता के बीच मुकाबले के साथ शुरू होने वाला है। इस टूर्नामेंट को शुरू होने में दो सप्ताह से भी कम समय है, लेकिन इस बीच बीसीसीआई ने खेल के नियमों को लेकर कुछ बदलाव किए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक हर मैच के दौरान एक टीम चार बार रिव्यू ले सकेंगी, जिसका मतलब है कि टीम बल्लेबाजी और गेंदबाजी के दौरान 2-2 बार रिव्यू ले सकती है।
सुपर ओवर में नतीजा नहीं निकलने पर ऐसे होगा फैसला
इसके साथ ही मेरिलबोन क्रिकेट क्लब द्वारा सुझाए गए एक नियम को भी इंडियन टी-20 लीग में लागू किया जाएगा, जो विकेट गिरने के बाद स्ट्राइक बदलने से जुड़ा है। अगर कोई बल्लेबाज कैच आउट हुआ, तो भले ही बल्लेबाज ने क्रीज पार कर लिया हो या नहीं, आने वाला बल्लेबाज स्ट्राइक लेगा। लेकिन ओवर की आखिरी गेंद पर ऐसा होता है तो स्ट्राइक बदलेगी।
लीग में इसके अलावा प्लेऑफ या फाइनल किसी भी मैच में टाई होने की स्थिति में अगर सुपर ओवर या उसके बाद निर्धारित समय तक एक और सुपर ओवर से मैच का नतीजा नहीं निकलता है तो लीग स्टेज में टॉप स्थान हासिल करने वाली टीम को मैच का विजेता घोषित किया जाएगा।
कोरोना महामारी के कारण हुए ये बदलाव
कोविड-19 महामारी को देखते हुए एक और बड़ा बदलाव किया गया है। पहले नियम के मुताबिक यदि मैच को रिशेड्यूल संभव नहीं है तो जो टीम प्लेइंग इलेवन को मैदान में उतारने में असमर्थ थी, उसके खिलाफ फैसला हो जाता था। हालांकि इस बार अगर कोरोना संक्रमण के कारण कोई टीम प्लेइंग इलेवन को मैदान में नहीं उतार पाती है तो उस मैच को रिशेड्यूल कर दिया जाएगा।
इसके बाद भी अगर मैच नहीं हो पाता है तो फिर मामले को तकनीकी समिति के पास भेज दिया जाएगा, जिसके बाद समिति का फैसला अंतिम माना जाएगा। इसके अलावा बीसीसीआई ने प्ले-ऑफ या फाइनल के लिए स्थल को स्थानांतरित करने के अधिकारों को बरकरार रखा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई को किसी भी स्टेडियम में प्लेऑफ मैचों का आयोजन करने का अधिकार होगा और संबंधित रकम के संबंध में प्ले-ऑफ मैचों से सभी राजस्व को बनाए रखने का हकदार होगा। ऐसे प्ले-ऑफ मैच जो फ्रेंचाइजी समझौते के तहत केंद्रीय अधिकार आय के संबंध में फ्रेंचाइजी के कारण होते हैं (जैसा कि फ्रेंचाइजी समझौते में परिभाषित किया गया है)।
बीसीसीआई (अपनी कीमत पर) हकदार होगा, लेकिन लीग से संबंधित समापन समारोह आयोजित करने के लिए बाध्य नहीं होगा। यदि आयोजित किया जाता है, तो (जब तक कि बीसीसीआई अपने विवेक से निर्णय नहीं लेता) दिन में होगा और उस जगह आयोजित होगा, जहां फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।