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Board of Control for Cricket in India
पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा चाहते हैं कि इंडिया और पाकिस्तान मैचों की लोकप्रियता को देखते हुए दोनों पड़ोसी देश एशिया कप और अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के अलावा भी एक-दूसरे के खिलाफ खेलें। इसी कारण से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष ने भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ चार देशों की टूर्नामेंट आयोजित कराने का प्रस्ताव परिषद के सामने रखा था।
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के सीईओ टॉम हैरिसन ने भी शुक्रवार 8 अप्रैल को दुबई में हुई परिषद की मुख्य कार्यकारी समिति की बैठक में इसी तरह के टूर्नामेंट का सुझाव दिया। हालांकि टूर्नामेंट के बारे में उनका सुझाव थोड़ा अलग है।
बीसीसीआई का रुख तटस्थ
वहीं क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने इस मामले को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। बीसीसीआई ने मामले में एक तटस्थ रुख अपनाया है, जिसका मतलब है कि उसकी तरफ से न तो हां है और न तो ना है। बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण एक दशक से अधिक समय से द्विपक्षीय सीरीज नहीं हुआ है। जहां रमीज राजा दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों को बेहतर बनाने की ओर लगातार देख रहे हैं। वहीं बीसीसीआई का रुख इस पर नजर रखने का है।
एफ एंड सीए ने जताई असहमति
इस बीच इस मामले पर वित्त और वाणिज्यिक मामलों की समिति (एफ एंड सीए) के सदस्यों ने असहमति जताई। उनका मानना है कि ज्यादा बहु-टीम टूर्नामेंट विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के मूल्य को कम कर सकते हैं।
क्रिकेट परिषद के एक सदस्य, जो मुख्य कार्यकारी समिति का हिस्सा थे, ने क्रिकबज को बताया, इस मामले पर सीईसी द्वारा चर्चा की गई थी और इसे एफ एंड सीए द्वारा नहीं तो कुछ बोर्डों द्वारा समर्थित किया गया था। मामला दो बिंदुओं के साथ बोर्ड में जाता है।
बता दें कि 2018 और 2020 को छोड़कर, 2009 से हर साल एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन हुआ है। यह आगे जारी रहेगा, क्योंकि इंटरनेशनल टी-20 कप इस साल के अंत में होने वाला है, जबकि इंटनरेशनल वनडे कप अगले साल खेला जाएगा। इसलिए, यह देखा जाना बाकी है कि मल्टी-टीम टूर्नामेंट को समर्थन मिलता या नहीं।