बेन स्टोक्स ने 18 जुलाई शाम को अपने वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर पूरे क्रिकेट जगत और अपनी टीम को बड़ा झटका दिया है। इंग्लैंड ने हाल ही में इयोन मॉर्गन को अलविदा कहा था और जब तक वह इस सदमे से बाहर आ रहे थे तो बेन स्टोक्स ने उन्हें फिर सदमे में डाल दिया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ 19 जुलाई को इंग्लैंड पहला वनडे मुकाबला खेलेगी और मंगलवार को ही स्टोक्स वनडे करियर का आखिरी मैच खेलेंगे। यह मैच डरहम में खेला जाएगा। हालांकि स्टोक्स सिर्फ वनडे क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं।
31 साल के इस ऑल राउंडर खिलाड़ी ने अगस्त 2011 में अपना वनडे डेब्यू किया था और उनके हिसाब से अब वह तीनों फॉर्मेट में खेलने के लिए असमर्थ हैं। वह सिर्फ टेस्ट और टी-20 मुकाबले खेलेंगे।
बेन स्टोक्स के बदौलत इंग्लैंड ने जीता था साल 2019 का वर्ल्ड कप
इंग्लैंड ने साल 2019 से पहले वनडे वर्ल्ड कप नहीं जीता था लेकिन वह बेन स्टोक्स का कमाल ही था जिसके बदौलत इंग्लैंड ने अपने ही धरती पर पहला वर्ल्ड कप उठाया। स्टोक्स को फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन के कारण मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला। स्टोक्स के नाबाद 84 रन की मदद से इंग्लैंड की टीम अपना पहला 50 ओवर का वर्ल्ड कप खिताब जीतने में सफल रही थी।
कैसा रहा स्टोक्स का करियर?
स्टोक्स के आंकड़ों की बात करे तो 40 से कम की औसत के अंदर 104 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 2919 रन बनाए हैं। गेंद से भी उन्होंने कमाल किया है और 74 विकेट अपने नाम किए हैं जिसमें एक 5 विकेट हॉल शामिल है। स्टोक्स वर्तमान में इंग्लैंड टीम के टेस्ट कप्तान हैं उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को पारंपरिक तरीके से बदलकर आक्रामक तरीके से खेलने की जिम्मेदारी ली है। स्टोक्स का मानना है कि वह वनडे क्रिकेट में अपना 100 प्रतिशत योगदान नहीं दे पाएंगे।
स्टोक्स ने अपने संन्यास पर कही ये बातें
स्टोक्स ने लिखा कि, "मैं अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में अपना आखिरी मैच मंगलवार यानी 19 जुलाई 2022 को डरहम में इंग्लैंड के लिए खेलूंगा। मैंने इस फॉर्मेट से संन्यास लेने के बारे में सोचा है। मेरे लिए यह फैसला लेना बहुत कठिन था, अपने साथी खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए मैंने हर एक लम्हे का आनंद लिया है। हमारा यह सफर बेहद रोमांचक रहा है।"
उन्होंने आगे कहा कि, "यह निर्णय लेना जितना कठिन था, लेकिन इस बात को स्वीकारना उतना कठिन नहीं है कि मैं अपने साथियों को अब इस फॉर्मेट में अपना 100 प्रतिशत योगदान नहीं दे सकता। इंग्लैंड टीम की जर्सी किसी भी खिलाड़ी से कम की उम्मीद नहीं करती है। तीनों फॉर्मेट में खेलना अब मेरे लिए मुश्किल हैं। मेरा शरीर मुझे निराश कर रहा है, बल्कि मुझे यह भी लगता है कि मैं एक और खिलाड़ी की जगह ले रहा हूं जो जॉस और बाकी टीम के लिए अपना पूरा योगदान दे सकता है।"
"मैं टेस्ट क्रिकेट को अपना सब कुछ दूंगा। मुझे यह भी लगता है कि अब इस फैसले से मैं टी-20 फॉर्मेट में भी अच्छा योगदान दूंगा। मैं जॉस बटलर, मैथ्यू मॉट, खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के हर सफलता की कामना करता हूं। हमने पिछले 7 वर्षों में लिमिटेड ओवर्स के क्रिकेट में काफी प्रगति की है। इंग्लैंड टीम का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है।"
❤️🏴 pic.twitter.com/xTS5oNfN2j
— Ben Stokes (@benstokes38) July 18, 2022