पिछले कुछ सालों से श्रीलंका के लिए मैदान पर ज्यादा कुछ अच्छा नहीं बीता है। विदेशों में तो दूर, श्रीलंका की टीम अपने देश में भी सीरीज नहीं जीत पा रही है। वहीं, अब उनके बल्लेबाज भानुका राजपक्षे ने अचानक श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को पत्र लिखकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की सूचना दे दी है।
बहुत सोच-विचार कर मैंने यह फैसला लिया है: भानुका राजपक्षे
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को लिखे पत्र में 30 वर्षीय राजपक्षे ने अपने इस बड़े फैसले के पीछे पारिवारिक दायित्वों का हवाला दिया। यह वास्तव में श्रीलंकाई क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि राजपक्षे राष्ट्रीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में उभरे थे। इस तेजतर्रार बल्लेबाज ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुछ शानदार पारियां भी खेलीं।
राजपक्षे ने अपने पत्र में लिखा, "मैंने एक खिलाड़ी और पति के रूप में अपनी स्थिति पर बहुत सावधानी से विचार किया है और पितृत्व और संबंधित पारिवारिक दायित्वों को देखते हुए यह निर्णय ले रहा हूं।" गौरतलब है कि फिटनेस कारणों को लेकर टीम से बाहर किए जाने के बाद एक इंटरव्यू में चयन नीतियों पर सवाल उठाने के लिए राजपक्षे सवालों के घेरे में भी आए थे और उन पर एक साल का निलंबित प्रतिबंध लगा दिया गया।
उनके करियर की बात करें तो न्यूजीलैंड में 2010 अंडर-19 विश्व कप के दौरान इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपना नाम बनाया। वह उस टूर्नामेंट में टीम के प्रमुख बल्लेबाजों में से एक थे। उन्होंने 253 रन के साथ श्रीलंका के सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।
भानुका राजपक्षे ने 2009 में अंडर-19 टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया में एक प्रभावशाली प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने 50 ओवर के मैच में 111 गेंदों पर 154 रन बनाए और सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में सीरीज समाप्त की। जहां तक उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का सवाल है, उन्होंने देश के लिए पांच एकदिवसीय और 18 टी-20 मैचों में क्रमश: 89 और 320 रन बनाए हैं। वह आखिरी बार श्रीलंका के लिए पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप में खेले थे।