विराट कोहली के भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद यह चर्चा होने लगी कि जसप्रीत बुमराह को अगला टेस्ट कप्तान बनाना चाहिए। इस दौरान जसप्रीत बुमराह ने भी कहा कि मौका मिलने पर वह नेतृत्व करना चाहेंगे। इस बीच भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने बताया कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी क्यों नहीं कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि बुमराह वर्कलोड मैनेजमेंट मुद्दों के कारण टेस्ट टीम की कप्तानी नहीं कर सकते हैं।
दरअसल, दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारत ने पहले टेस्ट में जीत हासिल की, लेकिन दूसरे और तीसरे टेस्ट में टीम को हार का सामना करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने टेस्ट सीरीज में भारत को 2-1 से हराया और इस तरह एक बार फिर भारत का साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने का सपना अधूरा रह गया। टेस्ट सीरीज हारने के एक दिन बाद ही विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया।
पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने दिया तर्क
जसप्रीत बुमराह की टेस्ट कप्तानी पर भरत अरुण ने स्पोर्टस्टार से बातचीत के दौरान कहा कि बुमराह की कप्तानी पर भी चर्चा हुई थी। बात यह है कि क्या वे सभी टेस्ट खेलेंगे? वर्कलोड मैनेजमेंट के साथ क्या बुमराह सभी टेस्ट खेलेंगे? क्या होगा अगर एक सीरीज के बीच में उन्हें ब्रेक लेना पड़े? तब नेतृ्त्व में फिर बदलाव होगा। मुझे लगता है कि जब तक कप्तान चोटिल नहीं होते, तब तक एक सीरीज के बीच में कप्तान को बदलना ठीक नहीं है।
रविचंद्रन अश्विन भी कप्तान नहीं हो सकते
भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच ने रविचंद्रन अश्विन की कप्तानी के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि रविचंद्रन अश्विन भी टीम का नेतृत्व नहीं कर सकते। उन्होंने इसके पीछे तर्क दिया कि ऐसी स्थितियां हो सकती है जब टीम का संयोजन बदल सकता है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वर्तमान परिस्थितियों के साथ गेंदबाज को कप्तान बनाना चुनौतीपूर्ण होगा। खेलते समय आप विभिन्न प्रकार की पिचों को भी ध्यान में रखते हैं, क्या होगा जब आपको विदेश में सिर्फ एक स्पिनर खिलाना हो और टीम की रणनीति के हिसाब से वह रवींद्र जडेजा होते हैं तो यह एक समस्या हो जाएगी। इसलिए मैं एक टेस्ट कप्तान के रूप में बल्लेबाज को चुनना पसंद करूंगा।