भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है। इस सीरीज के बाद भारतीय खिलाड़ी अगले दो महीने तक दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल में अलग-अलग टीमों के लिए खेलते नजर आएंगे. आईपीएल (IPL) के तुरंत बाद भारत टी20 वर्ल्ड कप 2024 में हिस्सा लेना चाहता है. खिलाड़ियों के इतने व्यस्त शेड्यूल के बीच भारतीय क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने कुछ अहम फैसले लिए हैं।
फ्रेंचाइजियों को करना होगा बीसीसीआई के दिशानिर्देशों का पालन -
बीसीसीआई सचिव जय शाह पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि रोहित शर्मा (Rohit Sharma) टी20 विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तानी करते नजर आएंगे. अब बीसीसीआई ने आईपीएल से पहले खिलाड़ियों के वर्कलोड को ध्यान में रखते हुए सभी फ्रेंचाइजी को खास निर्देश दिए हैं. इस बात की जानकारी देते हुए बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पीटीआई को बताया कि 'आईपीएल फ्रेंचाइजियों को केंद्रीय अनुबंध वाले खिलाड़ियों के लिए बीसीसीआई द्वारा निर्धारित कार्यभार प्रबंधन दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।
बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को दी चेतावनी-
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने आगे कहा, 'बोर्ड की ओर से आदेश है. बोर्ड सर्वोच्च संस्था है और वह जो भी निर्णय लेगा फ्रेंचाइजी को उसका पालन करना होगा। हम फ्रेंचाइजी से ऊपर हैं।' जय शाह ने कहा, 'अगर खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलना है तो उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलना होगा और अपने राज्य के लिए खेलना होगा.'
रणजी ट्रॉफी हर हाल में खेली जानी चाहिए -
दरअसल, भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन (Ishan Kishan) साउथ अफ्रीका दौरे के बाद से भारतीय टीम से नहीं जुड़े हैं. ऐसी स्थिति में वह रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) खेल सकते थे. हालांकि, किशन वहां भी झारखंड के लिए खेलते नजर नहीं आए. इन बातों को लेकर बोर्ड नाराज था.
इस संबंध में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने साफ कहा, 'बीसीसीआई किसी भी नखरे को बर्दाश्त नहीं करेगी. इस मामले में वे मुख्य चयनकर्ता को खुली छूट देने जा रहे हैं. साथ ही अगर कोई खिलाड़ी इस फैसले को नहीं मानता है तो बोर्ड उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकता है.' इसके साथ ही बोर्ड आईपीएल खेलने के लिए रणजी ट्रॉफी में तीन या चार मैच खेलने का भी फैसला कर सकता है।"
ऐसी खबर आ रही है की अगर खिलाड़ी बीसीसीआई की बात नहीं मानते तो वो इस साल का आईपीएल नहीं खेलेंगे।