भारतीय टीम पाकिस्तान को अपने पहले मैच में हराकर अगले मैच के लिए अभ्यास कर रही है। हालांकि, भारतीय क्रिकेट टीम 25 अक्टूबर को अभ्यास के बाद के मिले मेन्यू से बिल्कुल खुश नहीं थी और कुछ खिलाड़ियों ने अपने होटल के कमरों में जाकर खाना खाने का फैसला किया। यह घटना अब एक विवाद (Big controversy in 20-20 World Cup) का रूप ले चुकी है।
इंडियन क्रिकेट बोर्ड के एक सूत्र ने बताया कि मेन्यू लगभग सभी टीमों के लिए समान होता है और ट्रेनिंग के बाद अच्छा खाना बेहद ही जरूरी है। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों को गर्म खाना नहीं दिया जा रहा है। भारतीय टीम ने 25 अक्टूबर को एक वैकल्पिक ट्रेनिंग सत्र किया था जहां सभी तेज गेंदबाजों को ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या, बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव और स्पिनर अक्षर पटेल के साथ आराम दिया गया था।
भारतीय टीम को लंच में मिल रहा सैंडविच
यह पता चला है कि अभ्यास के बाद के लंच में उनके लिए कस्टम सैंडविच थे जिसमें फल और फलाफेल होता है। यह लंच उस देश के लिए रोजाना खाया जानें वाला खाना है। हालांकि, भारतीय टीम ने दोपहर तक ट्रेनिंग खत्म की और भारतीय खिलाड़ी उम्मीद कर रहे थे की अब उन्हें फुल कोर्स मील मिलेगा।
सूत्र ने बताया कि, "खिलाड़ियों ने खाने का बहिष्कार नहीं किया। कुछ खिलाड़ियों ने वह सैंडविच ले लिया। लेकिन हर कोई लंच की उम्मीद कर रहा था, इस कारण उन्होंने वापस जाकर होटल में खाना खाया। समस्या यह है कि अंतरराष्ट्रीय बोर्ड दोपहर के खाने के बाद कोई गर्म खाना नहीं दे रहा है। द्विपक्षीय श्रृंखला में, मेजबान प्रबंधन खाने की जिम्मेदारी उठाता है और वे हमेशा एक ट्रेनिंग सेशन के बाद गर्म इंडियन मील देते हैं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय बोर्ड के नियम के अनुसार सभी देशों के लिए समान खाना होता है।”
उन्होंने आगे कहा कि, "2 घंटे के कड़ी ट्रेनिंग के बाद आप ठंडे सैंडविच दे रहे हैं, उसमें खीरे-टमाटर डालकर। इससे खिलाड़ियों को वो पर्याप्त आहार नहीं मिलेगा।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इंडियन क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों के लिए गर्म भारतीय फूड का इंतजाम करता है या नहीं। क्योंकि अगर उन्हें खाना सही से नहीं मिला तो ऐसे उनके फिटनेस पर भी असर पड़ सकता है।