बांग्लादेशी क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज अल-अमीन हुसैन ने अपनी पत्नी इशरत जहां द्वारा दायर किए गए मेंटेनेंस केस में अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है जिसके बाद उन्हें जमानत मिल गई है। अमीन से बॉन्ड साइन करवाई गई जिसमें उन्हें जमानत के लिए 5,000 टका देना पड़ा। ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट शफी उद्दीन ने 27 सितंबर को मामले की सुनवाई समाप्त होने के बाद उन्हें 6 अक्टूबर तक जमानत दे दी है।
क्या है मामला?
बांग्लादेशी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर अल-अमीन ने साल 2012 में इशरत जहां से शादी की थी और दोनों के दो बच्चे हैं। लेकिन इशरत जहां ने इस साल 1 अगस्त को मीरपुर मॉडल थाने में शिकायत दर्ज कराई कि अल-अमीन ने उन्हें दहेज के लिए प्रताड़ित किया और उसका शारीरिक शोषण भी किया। इशरत द्वारा दायर किए गए शिकायत के अनुसार, क्रिकेटर अल-अमीन ने पिछले दो वर्षों से परिवार को छोड़ दिया था और परिवार की जरूरी चीजों के लिए भी उन्हें किसी तरह का कोई भुगतान नहीं कर रहा था।
इसके अलावा, शिकायत के अनुसार, अल-अमीन ने अपने अफेयर की बात कबूली है और अपनी पत्नी के साथ रहने से इनकार कर दिया। पत्नी ने इलाज और शांति से रहने की इच्छा से शिकायत दर्ज कराई थी और अमीन से अपने बच्चों के नियमित खर्च का भुगतान करने की मांग की थी। पुलिस ने 1 सितंबर को राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 999 से सूचना मिलने पर पीड़िता को उसके दो बच्चों के साथ रेस्क्यू किया था।
गिरफ्तारी के बाद, अल-अमीन को उच्च न्यायालय द्वारा आठ सप्ताह की अग्रिम जमानत मिल गई थी। लेकिन इशरत ने अगले ही दिन उसके खिलाफ एक और मामला दर्ज कर अपने बच्चों के भरण-पोषण के लिए आर्थिक सहायता की मांग की। कोर्ट ने फिर उसके खिलाफ वारंट जारी कर उसे उसी दिन अदालत में पेश होने को कहा।
बता दें कि, साल 2013 में घरेलू सर्किट में प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद अल अमीन ने राष्ट्रीय टीम में एंट्री की थी। साल 2014 में विंडीज के खिलाफ खेले गए वनडे श्रृंखला में उन्होंने कमाल का प्रदर्शन करते हुए सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। उन्होंने बांग्लादेश के लिए आखिरी बार साल 2020 में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था।