बांग्लादेश प्रीमियर लीग के दूसरे क्वालीफायर में चट्टोग्राम चैलेंजर्स और कोमिला विक्टोरियंस के बीच मुकाबला हुआ। पहले बल्लेबाजी करते हुए चट्टोग्राम ने 148 रन का स्कोर खड़ा किया। उनके लिए मेहदी हसन और अकबर अली ने महत्वपूर्ण साझेदारी की। वहीं, कोमिला ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सुनील नरेन की तूफानी बल्लेबाजी से 13 ओवर में ही जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बना ली।
विक्टोरियंस के गेंदबाजों के आगे नहीं टिके चट्टोग्राम के बल्लेबाज
मैच की बात करें तो चट्टोग्राम चैलेंजर्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। विल जैक्स और जाकिर हसन ने आक्रामक शुरुआत की लेकिन जल्दी ही वे दोनों पवेलियन लौट गए। उसके बाद तो जैसे चट्टोग्राम की पारी का पतन ही शुरू हो गया जिसे मेहदी हसन और अकबर अली की जोड़ी ने आकर रोका। दोनों ने मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी निभाई जिससे चैलेंजर्स ने 148 रन बनाए।
इसमें मेहदी हसन ने 44 जबकि अकबर अली ने 33 रनों की पारी खेली। वहीं, कोमिला विक्टोरियंस की तरफ से शोहिदुल इस्लाम और मोईन अली ने 3-3 विकेट चटकाते हुए चट्टोग्राम को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। उनके अलावा अबु हिदर, मुस्ताफिजुर रहमान और तनवीर इस्लाम ने भी एक-एक विकेट अपने नाम किए।
सुनील नरेन ने की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी
गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद कोमिला विक्टोरियंस को उम्मीद थी कि उनके बल्लेबाज टीम को फाइनल में पहुंचा देंगे। लक्ष्य भी उन्हें ऐसा नहीं मिला था जिसका पीछा करने में उन्हें ज्यादा मेहनत करनी पड़ती और हुआ भी बिल्कुल वैसा ही। लिटन दास के रूप में भले ही विक्टोरियंस का पहला विकेट शून्य पर गिर गया लेकिन उसके बाद सुनील नरेन ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से पॉवरप्ले खत्म होने तक ही कोमिला को फाइनल में पहुंचा दिया।
नरेन ने मात्र 13 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा करते हुए बांग्लादेश प्रीमियर लीग के इतिहास में सबसे तेज 50 बनाया। उन्होंने 5 चौके और 6 छक्कों की मदद से 57 रनों की पारी। उनके आउट होने के बाद फाफ डु प्लेसिस और मोईन अली ने नाबाद साझेदारी कर कोमिला को 13 ओवर में ही जीत दिला दी। सुनील नरेन को उनकी किफायती गेंदबाजी और बाद में आतिशी पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। वहीं, कोमिला विक्टोरियंस का खिताबी मुकाबले में फॉर्च्यून बरिशाल से सामना होगा।