बांग्लादेश प्रीमियर लीग में 1 फरवरी को दो बिल्कुल विपरीत मुकाबले खेले गए। जहां दिन के पहले मैच में मिनिस्टर ग्रुप ढाका ने कोमिला विक्टोरियंस को 50 रनों के बड़े अंतर से मात दी, वहीं दूसरे मैच में फॉर्च्यून बरिशाल को चट्टोग्राम चैलेंजर्स के खिलाफ 14 रनों से जीत मिली।
मैच 15: मिनिस्टर ग्रुप ढाका की बड़े अंतर से जीत
इस मैच में कोमिला विक्टोरियंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। दूसरे ओवर में ही ढाका के विस्फोटक ओपनर मोहम्मद शहजाद पवेलियन लौट गए। इसके बाद तमीम इकबाल ने पहले इमरान उज्जमान और फिर कप्तान महमुदुल्लाह के साथ ढाका की पारी को आगे लेकर गए। तमीम के आउट होने पर महमुदुल्लाह ने मोर्चा संभाल लिया और 70 रन बनाकर अंत तक नाबाद रहे, जिससे ढाका ने 181 रनों तक बड़ा स्कोर खड़ा किया।
इस विशाल लक्ष्य के सामने कोमिला विक्टोरियंस की टीम शुरू से ही पिछड़ी रही। पहला विकेट शून्य पर गिरने के बाद लगातार अंतराल में विक्टोरियंस के बल्लेबाज पवेलियन लौटते गए। सिर्फ एक महमूदुल हसन जॉय ही थे जिन्होंने 46 रन बनाकर कोशिश की, लेकिन यह नाकाम साबित हुई। अंत में कोमिला विक्टोरियंस ने पारी 131 पर सिमट गई, जिसमें आंद्रे रसल के तीन विकेटों का मुख्य योगदान था।
मैच 16: फॉर्च्यून बरिशाल की हुई जीत की हैट्रिक
जीत की रथ पर सवार फॉर्च्यून बरिशाल ने अपने पिछले मैच की तरह यहां भी टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना बेहतर समझा। मुनीम शहरियार के जाने के बाद क्रिस गेल और शंतो के बीच साझेदारी हुई। उसके बाद कप्तान शाकिब अल हसन और तौहीद रिदोय ने पारी को आगे बढ़ाया, जिस दौरान शाकिब ने अपना अर्धशतक पूरा किया। इन दोनों के आउट होने के बाद बरिशाल के शेष खिलाड़ी जल्दी-जल्दी आउट हो गए और टीम 149 रन बना सकी। चट्टोग्राम के लिए मृत्युंजय चौधरी ने मात्र 12 रन देकर चार विकेट अपने नाम किए।
जिस तरह फॉर्च्यून बरिशाल की पारी का आगाज खराब रहा था, कुछ वैसा ही चट्टोग्राम चैलेंजर्स का भी रहा जब विल जैक्स शून्य पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद अफीफ हुसैन और शमीम हुसैन के बीच साझेदारी पनपी लेकिन इनके आउट होने के बाद चट्टोग्राम की पारी बिखर गई। सिर्फ निचलेक्रम में मेहदी हसन की छोटी पारी ने जीत का अंतर कम करने का काम किया। फॉर्च्यून के स्पिनरों ने पूरी तरह चैलेंजर्स को अपनी जाल में फंसाया, जिसमें मुजीब और शाकिब ने तीन-तीन विकेट चटकाए।