इंग्लैंड के विश्व कप विजेता इयोन मॉर्गन ने आज आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। इस घोषणा से क्रिकेट जगत को बड़ा झटका लगा है। मोर्गन ने पिछली श्रृंखला नीदरलैंड के खिलाफ खेली थी, जिसमें दो वनडे मैचों में वह शून्य पर आउट हो गए थे और अंतिम मैच में फिटनेस और चोट के कारण बाहर हो गए थे। मोर्गन अपनी रिटायरमेंट से पहले फॉर्म और फिटनेस से जूझ रहे थे।
मोर्गन ने अपनी रिटायरमेंट पर क्या कहा
इयोन मोर्गन ने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि, " मैं काफी विचार-विमर्श करने के बाद तत्काल प्रभाव से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर रहा हूं। यह निश्चित रूप से मेरे करियर का सबसे अच्छा सफर रहा है, जो मैं कभी भूलना नहीं चाहूंगा। मेरे लिए यह निर्णय लेना आसान नहीं था, लेकिन मेरे ख्याल से यही सही समय है। जहां मुझे इस बात को मानना पड़ेगा कि अब मेरे संन्यास का समय या गया है।"
कैसा रहा मोर्गन का करियर
उन्होंने अपने 13 साल के करियर के दौरान कई शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं, जो काबिले तारीफ है। 35 साल के मोर्गन ने अपने करियर के दौरान 248 वनडे मैचों में 7701 रन और 115 टी-20 मैचों में 2458 रन बनाए। इसके अलावा उन्होंने इंग्लैंड के लिए 16 टेस्ट में 700 रन बनाए।
मोर्गन इंग्लैंड के बेहतरीन खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं। अपनी कप्तानी में उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट टीम को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया। जॉस बटलर, जॉनी बेयरस्टो, जेसन रॉय और बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और उन्हें प्रतिभाशाली बनाने के पीछे मोर्गन का नेतृत्व रहा है।
इंग्लैंड के विश्व विजेता कप्तान के आंकड़ों पर एक नजर
- 248 वनडे मैचों में 7701 रन- इस दौरान मोर्गन ने 14 शतक और 47 अर्धशतक लगाए। सर्वश्रेष्ठ वनडे स्कोर-148
- 115 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 2458 रन- इस दौरान उन्होंने 14 हाफ सेंचुरी लगाई है। मोर्गन का सर्वश्रेष्ठ टी20 स्कोर 91 रन है।
- उन्होंने 16 टेस्ट मैच भी खेले हैं, जिसमें उन्होंने 700 रन बनाए। मोर्गन ने टेस्ट मैचों में दो शतक और तीन अर्धशतक लगाए हैं।