यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब के क्रिकेटर अजीम रफीक ने अपने साथियों पर नस्लवाद के गंभीर आरोप लगाए और अपनी शिकायत दर्ज कराई। जांच समिति की रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में काउंटी ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं अब ब्रिटिश सचिव साजिद डेविड ने ईसीबी से इस मामले की विस्तार से जांच करने और क्लब के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
सितंबर में क्लब ने क्रिकेटर को माफीनामा जारी किया था, लेकिन कहा था कि वे अपने किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करेंगे। हालांकि एक रिपोर्ट में यह सामने आया कि क्लब के एक सीनियर खिलाड़ी ने स्वीकार किया कि उन्होंने रफीक के खिलाफ खराब भाषा का प्रयोग किया, लेकिन यह नहीं जानता था कि इससे किसी को ठेस पहुंचेगा।
ब्रिटिश सचिव ने ईसीबी से क्लब के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा
इस घटना के मद्देनजर ब्रिटिश सचिव साजिद डेविड ने ईसीबी से इस मामले की विस्तार से जांच करने और क्लब के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने कहा कि मामले में शामिल सभी दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘पाकी’ मजाक नहीं है। ईसीबी अगर कार्रवाई नहीं करता है तो यह उचित नहीं है।
इसके अलावा सांस्कृतिक सचिव नादिन डोरिस ने कहा कि आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया गया है। इसे केवल मजाक के रूप में नहीं लिखा जा सकता है। उन्होंने ट्वीट किया अजीम रफीक के साथ नस्लवाद के बाद का व्यवहार घृणित था और उसके बाद की जांच ने इसे और भी बदतर बना दिया। मामले में ईसीबी की जांच तेज और पूरी तरह से पारदर्शी होना चाहिए। जातिवाद का सामना किया जाना चाहिए और कभी भी सिर्फ ‘मजाक’ के रूप में नहीं लिखा जाना चाहिए।
हालांकि, ईसीबी ने कहा है कि वे एक पूरी नियामक प्रक्रिया अपनायेंगे और मामले के लिए एक वरिष्ठ वकील को नियुक्त किया है। ईसीबी की रिपोर्ट में कहा गया कि हम इस बात से अवगत है कि अजीम को मामले में समाधान का इंजतार है। हमें खेद है कि यह अभी तक हल नहीं हुआ है।