चार बार की चैंपियन चेन्नई का इंडियन टी-20 लीग 2022 अभियान अपने आखिरी लीग मैच में एक और हार के साथ समाप्त हुआ। यह सीजन धोनी एंड कंपनी के लिए लगभग एक बुरे सपने जैसा रहा, जिसमें उन्होंने 14 में से केवल चार मैच जीते। शुक्रवार को राजस्थान के खिलाफ केवल मोईन अली (93) ही थे जिन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी से टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
चेन्नई ने 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर कुल 150 रन बनाए, जिसे राजस्थान ने दो गेंद शेष रहते पीछा किया। इसमें रविचंद्रन अश्विन ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। चेन्नई के लिए निराशाजनक सीजन के बाद मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने इस सीजन से मिली टीम के लिए कुछ सकारात्मक बातें निकालीं। उन्होंने मुकेश चौधरी और सिमरजीत सिंह का नाम लिया जो आने वाले वर्षों में टीम के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं।
कोच फ्लेमिंग ने गिनाई चेन्नई के लिए हुई सकारात्मक बातें
राजस्थान के खिलाफ पांच विकेट की हार के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चेन्नई के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा, "मुझे लगता है कि वह (मुकेश चौधरी) उत्कृष्ट थे। उनकी शुरुआत काफी नर्वस थी, लेकिन हम उसके साथ डटे रहे और हमने इसका अंत तक इनाम पाया। वह हर गुजरते दिन के साथ बेहतर होते गए। सिमरजीत को कुछ गेम भी मिले को बखूबी झेला। इसलिए, ये दो युवा खिलाड़ी निश्चित रूप से हमारे लिए सकारात्मक पहलू रहे।"
कुल 14 मैचों में से 13 मैचों में खेले मुकेश चौधरी ने 26.50 की औसत और 9.31 की इकॉनमी के साथ 16 विकेट अपने नाम दर्ज किए। एक मैच में उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 46 रन देकर चार विकेट रहा। वहीं, सिमरजीत सिंह ने अपनी टीम के लिए छह मैचों में भाग लिया, जिसमें उन्होंने 34.50 की औसत और 7.66 की इकॉनमी रेट के साथ चार विकेट लिए।
फ्लेमिंग ने कहा कि यह सीजन टीम के लिए मिश्रित रहा जहां कुछ नजदीकी मुकाबलों में चेन्नई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। चेन्नई के टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होने पर बात करते हुए फ्लेमिंग ने कहा, "लेकिन हम लाइन पार करने के लिए पर्याप्त नहीं थे और यह सीजन की सामान्य कहानी है जब आप क्वालीफाई नहीं करते हैं।"