पूर्व भारतीय गेंदबाज हरभजन सिंह ने सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की सराहना की है। उन्होंने बताया की टीम के लिए बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी उनका यह योगदान लोग भूल जाते हैं और कभी-कभी उन्हें अनदेखा कर दिया जाता है।
इंग्लैंड के खिलाफ आज भारत पांचवा पुनर्निर्धारित टेस्ट मैच खेलने वाली है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा कोरोना संक्रमित होने के कारण टीम से बाहर हैं और जसप्रीत बुमराह टीम के कप्तान बनाए गए हैं। रोहित शर्मा के टेस्ट से बाहर होने पर पुजारा टीम के लिए ओपनिंग कर सकते है। बात करें इंग्लैंड के टीम की तो न्यूजीलैंड को 3-0 से करारी हार देने के बाद इंग्लैंड पूरे फॉर्म में नजर आ रही है और उनका आत्मविश्वास बढ़ गया है। वह एक खतरनाक टीम साबित होती दिख रही है। हालांकि पुजारा भी मुश्किल परिस्थितियों से नहीं डरने वाले और फिलहाल में वह अपने बल्ले से इंग्लिश परिस्थितियों में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने काउंटी चैंपियनशिप में 5 मैचों में 700 से ज्यादा रन मारे हैं।
पुजारा लगातार इंग्लिश परिस्थितियों में कर रहे बल्लेबाजी
हरभजन सिंह ने पुजारा के काउंटी मैच में खेलने और विदेशी खिलाड़ियों के खिलाफ बल्लेबाजी करने के लिए उनकी सराहना की है। उन्होंने बताया की इंडियन-20 लीग में न खेलकर पुजारा ने अच्छा किया। साथ ही ऑस्ट्रेलिया सीरीज में उनके मुख्य योगदान पर भी हरभजन सिंह ने अपनी बात कही। स्पोर्टसकीड़ा से बातचीत में हरभजन सिंह ने कहा कि, "काउंटी क्रिकेट में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के गेंदबाज तो नहीं होते लेकिन कुछ अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेलने वाले गेंदबाजों से जरूर पुजारा का सामना हुआ होगा। मुझे अच्छा लगा की पुजारा ने इंडियन टी-20 न खेलकर इंग्लिश परिस्थितियों में खेलने का विकल्प चुना। पुजारा अभी अपने बल्ले से काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं जो भारत को पांचवें मैच में जीत तक ले जा सकता है।"
पुजारा के अलावा किसी ने नहीं किया इंग्लैंड में इतना अच्छा प्रदर्शन
हरभजन सिंह ने आगे कहा कि, "इंग्लैंड में बल्ले से रन बनाना हो या एक छोर पर टिकना हो, पुजारा के अलावा इसे किसी ने अच्छी तरह नहीं निभाया है। तलवार हमेशा उनके गर्दन पर ही क्यों लटकती है की उन्हें टीम से निकाला जाए। उन्होंने हमेशा एक छोर से खड़े रहकर दूसरे खिलाड़ियों के लिए बल्लेबाजी आसान की है। इनके कारण ही टीम ने विदेशों में इतने मैच जीते हैं।"