भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल का इंजरी पीछा नहीं छोड़ रही है। लेकिन वह किसी भारतीय टीम में फिट होकर वापसी कर रहे हैं और भारतीय टीम की कप्तानी का जिम्मा भी संभाल रहे हैं। वह भारतीय टीम के शुक्रगुजार हैं कि 2 महीने से टीम के बाहर रहने पर भी भारतीय टीम प्रबंधन उन्हें और उनकी प्रदर्शन को भूली नहीं है।
उन्होंने कहा कि, "आप दो महीने के लिए टीम से बाहर हो सकते हैं लेकिन टीम प्रबंधन यह नहीं भूले हैं कि आपने पिछले दो-तीन वर्षों में टीम और देश के लिए क्या किया है। खिलाड़ी वास्तव में ऐसे वातावरण में बेहद अच्छा प्रदर्शन करते हैं और आगे बढ़ते हैं।"
उन्हें लगता है कि भारतीय टीम प्रबंधन एक ऐसा माहौल बनाने में सक्षम है जो एक अच्छे खिलाड़ी को एक महान खिलाड़ी बनाने में मदद करता है।
उन्होंने कहा कि, "यह इस तरह का माहौल है जो एक खिलाड़ी को महान खिलाड़ी में बदलने में मदद करता है, जिससे खिलाड़ी टीम के लिए बहुत अधिक मैच भी खेलते हैं और बड़ी पारी खेलते हैं।"
अपनी चोट पर केएल राहुल ने दिया जवाब
केएल राहुल ने अपनी चोट को लेकर बयान दिया कि, "चोटें खेल का हिस्सा हैं और लेकिन मेरे साथ कुछ ज्यादा ही यह घटनाएं हुई हैं। लेकिन यह करियर का एक हिस्सा है।"
उन्होंने आगे कहा कि, "एक खिलाड़ी के लिए चयनकर्ताओं, कोच और कप्तान का समर्थन प्राप्त करना बहुत जरूरी है। यह आपको इतना आत्मविश्वास देता है कि आपकी मानसिकता स्पष्ट है और आप उन चीजों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जो आवश्यक हैं। खिलाड़ियों के लिए यह आसान हो जाता है कि उन्हें समर्थन मिल रहा है।"
धोनी से तुलना करने पर क्या बोले राहुल
राहुल ने अपने बयान में कहा कि, "मैं इन लोगों (धोनी) के साथ अपनी तुलना भी नहीं कर सकता, उनके आँकड़ें और उपलब्धि, और देश के लिए उन्होंने जो कुछ किया है, वह कहीं अधिक है, और मुझे नहीं लगता कि मेरी उनसे तुलना की जानी चाहिए।"